राज्य सरकार द्वारा भू-माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही - मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह

वेबवार्ता(न्यूज़ एजेंसी)/अजय कुमार वर्मा
लखनऊ 1 नवम्बर। प्रदेश के खादी एवं ग्रामोद्योग, रेशम उद्योग, वस्त्र उद्योग, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने आज मीडिया को सम्बोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार द्वारा भू-माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई किये जाने की नीति है। इसी के तहत भू-माफियाओं के खिलाफ तेजी से कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि राजनैतिक संरक्षण प्राप्त भू-माफियाओं द्वारा ये सभी जमीनें/सम्पत्तियां दलितों, गरीबों, किसानों, व्यापारियों से या तो छीनी गयी थीं या उनका उत्पीड़न कर कब्जा की गयी थीं। वर्तमान सरकार ऐसे भू-माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए इन जमीनों को वापस ले रही है। भविष्य में इन पर गरीबों के लिए आवास निर्मित किये जाएंगे।
      श्री सिंह ने कहा कि ऐसे भू-माफिया जिन्हें राजनीतिक संरक्षण प्राप्त था, चाहे सपा से प्राप्त रहा हो अथवा बसपा मिलता रहा हो अथवा किसी अन्य पार्टी से, के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि एक भू-माफिया को पंजाब की कांग्रेस सरकार संरक्षण दे रही है और उन्हें उत्तर प्रदेश भेजने में आनाकानी कर रही है। इस माफिया के खिलाफ एक पीड़ित विधायक सुश्री अलका राय ने प्रियंका गांधी को पत्र लिखकर जानना चाहा कि पंजाब सरकार मुख्तार अंसारी को उत्तर प्रदेश क्यों नहीं भेज रही है, उसे बचाने का प्रयास क्यों कर रही है। पंजाब की कांग्रेस सरकार इस भू-माफिया को संरक्षण क्यों दे रही है। ऐसे भू-माफियाओं के खिलाफ आज कार्रवाई हो रही है। इस कार्रवाई से सपा तथा कांगे्रस दोनों को बहुत परेशानी हो रही है।
       भू-माफियाओं के खिलाफ जब ऐसी कार्रवाई की जाती है तो अखिलेश यादव कहते हैं कि ये इनकी पुश्तैनी जमीन है, घर है, जिसे योगी जी तोड़ रहे हैं। जबकि सबको पता है कि माफिया द्वारा ये जमीनें किसानों, गरीबों की हथियायी गई, कब्जा की गयी जमीनें हैं। इन जमीनांे पर गैर-कानूनी, अवैध तरीके से निर्माण हुआ है, जिस पर आज बुलडोजर चल रहा है। इससे पता चलता है कि इन सभी भू-माफियाओं को सपा से संरक्षण मिलता रहा है। ये सभी सम्पत्तियां सपा के कार्यकाल के दौरान खड़ी की गयी थी। उन्होंने कहा कि सपा व बसपा के काल में जो गुण्डा/जंगलराज टैक्स वसूला जाता था, आज प्रदेश से गायब हो गया है। इसके पीछे जो लोग थे वो अब बेनकाब हो चुके हैं।