वेबवार्ता(न्यूज़ एजेंसी)/अजय कुमार वर्मा
लखनऊ 8 अक्टूबर।आज ८ अक्टूबर’२०२० को सामाजिक संस्था स्पार्क इंडिया और एच.सी.एल फाउंडेशन के सहयोग से सेरेब्रल पाल्सी (सी.पी.) दिवस के अवसर पर कला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जो कि प्राकृतिक पर्यावरण विषय पर आधारित थी | विश्व सेरेब्रल पाल्सी दिवस 6 अक्टूबर को मनाया जाता है। यह मस्तिष्क पक्षाघात वाले लोगों के जीवन और उपलब्धियों और जन संगठन जो उनका समर्थन करते हैं के लिए गर्व व्यक्त करने का अवसर प्रदान करता है, सी.पी के साथ प्रभावित व्यक्ति के लिए एक शक्तिशाली आवाज बनाता है ताकि वे अपने आसपास को बदल सकें व संगठनों को वैश्विक स्तर पर इस समस्या से जोड़ने का कार्य करता है, व स्थानीय, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जागरूकता जैसे सामाजिक परिवर्तन और शिक्षा अभियान बनाएं।
स्पेशल बच्चों ने कोरे कागज पर कल्पनाओं के खूब रंग बिखेरे | स्पार्क इंडिया द्वारा आयोजित इस प्रतियोगिता में 27 स्पेशल बच्चों ने भाग लिया | बच्चों को तीन श्रेणी के अंतर्गत रखा गया था - सर्वप्रथम 6 से 10 वर्ष के बच्चों को प्रथम श्रेणी में, 10 वर्ष से 14 वर्ष के बच्चों को द्वितीय श्रेणी में और 14 से 16 वर्ष के बच्चों को तृतीय श्रेणी में रखा गया था | अभिभावकों ने स्कूल के कार्यों की सराहना की साथ ही कुछ भावुक पल भी साझा किए जैसे कि कोविड-19 के दौरान स्कूल द्वारा बच्चों को पेंटिंग के लिए संबंधित सामान उपलब्ध कराना ताकि बच्चे और अभिभावकों को किसी प्रकार की कठिनाई का सामना ना करना पड़े | प्रतियोगिता का संचालन श्रीमती योगिता श्रीवास्तव द्वारा किया गया | कार्यक्रम में संस्थान के संस्थापक एवं निर्देशक डॉ. अमिताभ मेहरोत्रा जो कि स्वयं प्रमस्तिष्क पक्षाघात से प्रभावित हैं ने सभी का अभिनंदन और स्वागत करते हुए कहा कि अनुकूल वातावरण एवं प्रोत्साहन की आवश्यकता है | उन्हें दया नहीं सहयोग की आवश्यकता है | इन सबसे लक्ष्य समूह को समाज की मुख्यधारा से जोड़ा जा सकता है | विकलांगता समाज का नजरिया है यदि इस पर विजय प्राप्त की जाये तो विकलांगता अपने आप समाज से समाप्त हो जएगी |
कार्यक्रम में एच.सी.एल फाउंडेशन की निदेशक श्रीमती निधि पुंडीर ने मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया और सभी विजेताओं और उपविजेताओं को ढेरों शुभकामनाएं दी और उनके मंगल भविष्य की कामना की | एच. सी. एल फाउंडेशन परिवार से अर्पित अस्थाना, नम्रता सिन्हा, विनीत कुमार सिंह, शशांक खरे, गौरव मजुमदार व स्वाति शाही जी भी कार्यक्रम में उपस्थित थे |
स्पार्क इंडिया के प्रेसिडेंट उमा शंकर सिंह ने अपने संबोधन में कहा - देश के विकास के साथ साथ दिव्यान्गों के मुद्दों पर ध्यान देने की आवश्यकता है | दिव्यान्गों के विकास एवं पुनर्वास के लिए भारत सरकार ने विभिन्न अधिनियम व योजनायें बनाई है परन्तु धरातल पर इनका क्रियान्वयन उचित रूप से होना जरुरी है | हम सबको मिलकर कदम से कदम मिलाकर समावेशी शिक्षा और सामान्य जीवन जीने के अधिकार के लिए निरंतर कार्य करना होगा तभी सामाजिक परिवर्तन संभव है |
स्पार्क इंडिया परिवार के सभी साथियों ने कार्यक्रम में बढ़ चढ़ कर भाग लिया | बच्चों के अभिभावकों ने स्पार्क इंडिया के निदेशक तथा टीचर्स की बहुत ही प्रशंसा की कि करोना वायरस के संक्रमण के दौरान सभी बच्चों सुरक्षित रहकर अपने घरों से ही ऑनलाइन शिक्षा के माध्यम से शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं | कला प्रतियोगिता के निर्णायक मण्डल के सदस्य थे- श्री सुरेश कॉल, श्रीमती लीना सेठ तथा श्रीमती अरुणा गुप्ता | अंत में विजेताओं और उप विजेताओं को शील्ड और अन्य पुरस्कारो से सम्मानित किया गया |
समूह के अनुसार विजेता इस प्रकार हैं: -
समूह 1 – दीपाली गौतम (प्रथम), शिवांश राणा (द्वितीय), अर्पित शुक्ला (तृतीय)
समूह 2 – शिवान राजपूत (प्रथम), हरिओम (द्वितीय), तौहीद व जयवंत रावत (तृतीय)
समूह 3 – तन्वी वैश्य (प्रथम), आयुष श्रीवास्तव (द्वितीय), हर्षित निगम (तृतीय)
स्पार्क इंडिया और एच.सी.एल फाउंडेशन ने सेरेब्रल पाल्सी दिवस पर कला प्रतियोगिता आयोजित की