राष्ट्रीय लोकदल ने लोकतंत्र में विपक्ष की भूमिका का संज्ञान लेने हेतु राज्यपाल को ज्ञापन दिया

 वेबवार्ता(न्यूज़ एजेंसी)/अजय कुमार वर्मा
लखनऊ 8अक्टूबर। राष्ट्रीय लोकदल द्वारा प्रदेश के समस्त जनपदों में जिलाधिकारी के माध्यम से महामहिम राज्यपाल को सम्बोधित ज्ञापन दिया गया। जिसमें महामहिम से लोकतंत्र बचाने की गुहार की गयी। इसी क्रम में आज लखनऊ में जिलाधिकारी के माध्यम से महामहिम राज्यपाल को सम्बोधित ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञातव्य है कि इन डबल इंजन की सरकारों ने विपक्ष की आवाज को दबाने की प्रत्येक मोड़ पर कोषिष की है और समय समय पर विपक्ष के धरना प्रदर्शन पर बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज भी किये गये हैं। 
       जनपद हाथरस के बूलगढ़ी ग्राम जाते समय राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी एवं शान्त भाव से खडे़ हुये। कार्यकर्ताओं पर मीडिया से बात करते समय पर किये गये बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज से यह सिद्ध होता है कि भाजपा सरकार विपक्ष की आवाज को जबरन दबाने की कोषिष कर रही है।
            ज्ञापन में रालोद नेताओं ने कहा कि प्रदेश में वर्तमान सरकार लगभग सभी स्तरों पर विपक्ष की भूमिका नकारने का प्रयास करती है और साथ ही साथ अनर्गल प्रलाप करके विपक्षी पार्टियों का उपहास करने का कुत्सित प्रयास किया जाता है। सरकार के इस प्रकार के कदम सर्वथा निंदनीय है और लोकतंत्र की जड़ों को कमजोर करने की एक प्रक्रिया है। उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में अपराधों की बाढ आ गयी है। हत्या, बलात्कार, लूट एवं डकैती के साथ साथ छात्राओं एवं महिलाओं तथा मासूम बच्चियों के साथ हैवानियत एवं जघन्य कृत्य किये जा रहे हैं। पीडि़त परिवारों के पास अपनी संवेदना प्रकट करने के लिए जाना विपक्ष का नैतिक दायित्व है परन्तु सरकार विपक्ष की भावना एवं उसकी आवाज को दबाने का कुचक्र करती है जो इस बात का प्रमाण है कि सरकार की मंषा लोकतंत्र के विपरीत है। उन्होंने महामहिम राज्यपाल से प्रदेश सरकार को लोकतंत्र के हितों का ध्यान रखने के साथ साथ लोकतंत्र की मर्यादा का अनुपालन करने और लोकतंत्र में विपक्ष की भूमिका का संज्ञान लेने हेतु निर्देशित करने की मांग की।
            इस अवसर पर प्रदेश सचिव चन्द्रकांत अवस्थी, बी0एल0 प्रेमी, रमावती तिवारी, प्रीति श्रीवास्तव, विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष अंकुर सक्सेना, इकराम सिंह, सुषील बाथम आदि रालोद नेता उपस्थित थे।