मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना बालिकाओं के विकास के लिए बेहतर 

वेबवार्ता(न्यूज़ एजेंसी)/अजय कुमार वर्मा
बलरामपुर 17 अक्टूबर। बालिकाओं एवं महिलाओं की सुरक्षा, विकास एवं सशक्तिकरण उत्तर प्रदेश सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में है। बालिकाओं को विकास के समुचित अवसर प्रदान करने के लिए राज्य सरकार द्वारा मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना प्रारम्भ की गयी। योजना के अन्तर्गत बालिकाओं के जन्म, टीकाकरण एवं शिक्षा से जुड़े छः चरणों में उन्हें कुल 15,000 रुपये प्रदान किये जा रहे है। यह योजना प्रदेश में बालिकाओं के स्वास्थ्य एवं शिक्षा की स्थिति को सुदृढ़ करेगी तथा कन्या भ्रूण हत्या की कुप्रथा की रोकथाम करते हुए प्रदेश में समान लिंगानुपात स्थापित करने में सहायक होगी। योजना द्वारा बाल विवाह की कुप्रथा पर भी रोक लगेगी तथा बालिकाओं के प्रति समाज में सकारात्मक सोच विकसित होगी जिससे उनका भविष्य उज्ज्वल होगा।
             प्रदेश में समान लिगांनुपात स्थापित करने व कन्या भू्रण हत्या को रोकने, बालिकाओं के स्वास्थ्य व शिक्षा को सु्दृढ करने, बालिका के परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान करने तथा बालिका के प्रति आम जन में सकारात्मक सोच विकसित करने हेतु मुख्यमंत्री द्वारा मार्च 2019 में मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना की घोषणा की गयी थी। यह योजना 01 अप्रैल 2019 से प्रदेश में लागू की गयी है। योजना के संचालन हेतु वेब पोर्टल उोलण्नचण्हवअण्पद विकसित किया गया है। योजना के अन्तर्गत देय धनराशि पी0एफ0एम0एस0 के माध्यम से सीधे लाभार्थियों के बैंक खाते में हस्तान्तिरित की जा रही है।
      योजना के अन्तर्गत मुख्यतः ऐसे लाभार्थी पात्र होते हैं, जिनका परिवार उत्तर प्रदेश का निवासी हो, पारिवार की वार्षिक आय अधिकतम 3.00 लाख रूपये तथा जिनके परिवार में अधिकतम् दो बच्चे हों। इस योजना के अन्तर्गत बालिकाओं के जन्म के समय  2000 रूपये एक वर्ष के टीकाकरण पूर्ण करने पर 1000 रूपये, कक्षा-01 में प्रवेश के समय 2000 रूपये, कक्षा-06 में प्रवेश के समय 2000 रूपये, कक्षा-09 में प्रवेश के समय 3000 रूपये तथा दसवीं एवं बारहवीं परीक्षा उत्तीर्ण कर डिग्री या दो वर्षीय या अधिक समय के डिप्लोमा कोर्स में प्रवेश लेने पर रू0 5000/- एकमुश्त प्रदान किये जाते हंै। इस योजना के अन्तर्गत अब तक 4.76 लाख लाभार्थियों को लाभान्वित किया गया है।: धर्मवीर खरे