कृषकों को गन्ना पर्चियां केवल मोबाइल पर प्रेषित की जायेंगी - आयुक्त संजय आर भूसरेड्डी

वेब वार्ता (न्यूज़ एजेंसी) अजय कुमार वर्मा
 लखनऊ 24 अक्टूबर। प्रदेश के आयुक्त संजय आर भूसरेड्डी ने बताया कि वर्तमान पेराई सत्र 2020.21 में कृषकों को गन्ना पर्चियां केवल ैण्डण्ै पर्ची के रूप में मोबाइल फोन पर प्रेषित की जायेंगी तथा क्रयकेन्द्रों पर प्रतिदिन होने वाली तौल की एक्नॉलेजमेन्ट शीट भी चस्पा की जायेगीए जिसके माध्यम से भी कृषक अपनी पर्ची के विषय में जान सकेंगे। इसलिए यह आवश्यक है कि ईण्आरण्पीण् पर गन्ना कृषकों का सही मोबाइल नंबर पंजीकृत हो। इस हेतु उन्होंने गन्ना कृषकों से अपील की है कि वे म्ण्त्ण्च्ण् पर पेजीकृत अपने मोबाइल नंबर को चैक कर लेंए यदि गलत है तो अपने गन्ना पर्यवेक्षक के माध्यम से अथवा म्.हंददं एप्प के माध्यम से सवयं अपना सही मोबाइल नंबर अपडेट कर लें।
इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि ैण्डण्ै इनबॉक्स भरा होनेए मोबाइल स्विच ऑफ होने एवं डीण्एनण्डीण् एक्टिवेट होने की स्थिति में ैण्डण्ै पर्ची का संदेश 24 घंटे के पश्चात स्वयं निरस्त हो जाता हैए जिसके कारण किसानों को अपनी ैण्डण्ै पर्ची की जानकारी प्राप्त नहीं हो सकेगी। अतः सभी किसान भाई ससमय अपनी पर्ची प्राप्त करने हेतु अपना मोबाइल इनबॉक्स खाली रखें तथा मोबाइल को चार्ज करके चालू दशा में रखें तथा डीण्एनण्डीण् को एक्टिवेट न करें ताकि सर्वर द्वारा प्रेषित पर्ची उनके मोबाइल पर उन्हें रियल टाइम में प्राप्त हो जाए। पर्ची निर्गमन की वर्तमान व्यवस्था पूर्णतयाः पारदर्शी है। किसान के मोबाइल नंबर पर ैण्डण्ै पर्ची भेजे जाने से किसान को तत्काल पर्ची प्राप्त होगी और समय से पर्ची मिल जाने के कारण ताजा गन्ना मिल को आपूर्ति होगा जिससे किसान गन्ने की सूख से होने वाली हानि से भी बचेंगे और कोविड.19 के प्रसार को भी प्रभावी ढंग से भी रोका जा सकेगा
श्री भूसरेड्डी ने बताया कि सभी परिक्षेत्रीय अधिकारियों एवं जिला गन्ना अधिकारियों को भी निर्देशित किया गया है कि वह इसका व्यापक प्रचार.प्रसार सुनिश्चित करते हुए एक अभियान चलाकर सभी गन्ना किसानों के सही मोबाइल नंबर अपडेट कराना सुनिश्चित करें ताकि कृषकों को गन्ना आपूर्ति में कोई असुविधा न हो।