वेबवार्ता(न्यूज़ एजेंसी)/अजय कुमार वर्मा
लखनऊ ८ अक्टूबर। डिजिटल इण्डिया भारत सरकार की पहल के क्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रेरणा से उत्तर प्रदेश प्राविधिक शिक्षा विभाग ने पहली बार डिप्लोमा सेक्टर में प्रश्नपत्रों का डिजिटली (आनलाॅइन) संप्रेषण और उत्तर पुस्तिकाओं की डिजिटल मूल्यांकन की व्यवस्था की है। सम समेस्टर (अंतिम समेस्टर)/वार्षिक परीक्षा (अंतिम वर्ष)/ बैक पेपर/ विशेष बैक पेपर परीक्षा के आॅनलाइन सफलतापूर्वक आयोजन को छात्रों ने भी सराहा है।
यह जानकारी प्राविधिक शिक्षा विभाग की अपर मुख्य सचिव श्रीमती एस0 राधा चैहान ने दी। उन्होंने बताया कि इस वर्ष प्रदेश में डिजिटल प्रक्रिया के अन्तर्गत 25 सितम्बर से 12 अक्टूबर, 2020 तक 186 परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षाएं आयोजित हो रही है, जिसमें कुल 75 हजार परीक्षार्थी सम्मिलित हो रहे है। उन्होंने बताया कि प्राविधिक शिक्षा विभाग द्वारा पहली बार लिखित उत्तर पुस्तिकाओं का डिजिटल मूल्यांकन पाइलट प्रोजेक्ट के रूप में करने की व्यवस्था की गयी है। पूर्व में उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन मैनुअल होने के कारण इस पर भारी धनराशि व्यय होती थी। अब डिजिटली मूल्यांकन से तथा नवतकनीकि का प्रयोग कर सुरक्षा के दृष्टिकोण से उत्तर पुस्तिकाओ, आनलाॅइन संप्रेषण होने से राजस्व के साथ ही समय की भी काफी बचत हुयी, इसके साथ ही परीक्षा कार्यों में लगे कार्मिकों को भी सुविधा मिली है।
श्रीमती चैहान के अनुसार परीक्षा केन्द्रों को आनलाइन प्रश्न पत्र भेजने की प्रक्रिया से लोगों को परिचित कराने हेतु ए0के0टी0यू0, लखनऊ के सहयोग से माॅक टेस्ट की प्रक्रिया आयोजित की गयी, इसके तहत विभागीय क्षेत्रीय संयुक्त निदेशक और प्रधानाचार्यों की आॅनलाइन प्रश्न पत्र संप्रेषण सबंधी महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश प्रदान किया गया। उन्होंने बताया कि प्रश्न पत्रों के आॅनलाइन संप्रेषण हेतु कुल 186 परीक्षा केन्द्रों में से 103 राजकीय, 18 अनुदानित तथा 65 निजी क्षेत्र के संस्थाओं को परीक्षा केन्द्र बनाया गया है। परीक्षा कार्यक्रम सफलतापूर्वक आयोजन के लिए प्रधानाचार्यों से लगातार सम्पर्क किया गया और उनकी समस्याओं का निराकरण प्रमुखता से सुनिश्चित किया गया। उन्होंने बताया कि कोविड-19 महामारी की दृष्टिगत पूर्व प्रक्रिया से प्रश्न पत्रों को परीक्षा केन्द्रों को हस्तगत कराया जाना उचित नहीं था। ऐसी स्थिति में प्रश्न पत्रों के आनलाइन संप्रेषण की कार्यवाही सुनिश्चित की गयी है।
अपर मुख्य सचिव ने बताया कि डिजीटल मूल्यांकन होने से स्क्रूटनी/पुनः मूल्यांकन एवं जनसूचना अधिकार अधिनियम 2005 के अन्तर्गत वांछित सूचना के लिए पूर्व से स्कैनिंग उत्तर पुस्तिकाएं उपलब्ध होने से उन पर त्वरित कार्यवाही की व्यवस्था की गयी है। उन्होंने बताया कि केन्द्रीय मूल्यांकन प्रबन्धन की व्यवस्था से उत्तर पुस्तिकाओं का त्वरित मूल्यांकन होगा और शीघ्र परीक्षा परिणाम घोषित करने में भी सुविधा होगी।: इंजेश सिंह
डिप्लोमा सेक्टर में प्रश्नपत्रों का डिजिटली संप्रेषण और डिजिटल मूल्यांकन की व्यवस्था - श्रीमती एस0 राधा चैहान