एसटीएफः आई0पी0एल0 बेटिंग एक्सचेन्ज गिरोह का भण्डाफोड़, 02 गिरफ्तार

वेब वार्ता (न्यूज़ एजेंसी) अजय कुमार वर्मा
 लखनऊ 20 अक्टूबर। दिनांक 21-10-2020 को एस0टी0एफ0, उत्तर प्रदेश को आई0पी0एल0 बेटिंग एक्सचेन्ज गिरोह का भण्डाफोड़ कर लखनऊ से 02 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से रूपये 2,81,700/- मात्र व बेटिंग सम्बन्धी अन्य सामग्री बरामद करने मे उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई।
गिरफ्तार अभियुक्तों का विवरणः-
1- प्रशान्त वर्मा पुत्र अमरदेव वर्मा नि0 110/4, साइड न0-1, थाना किदवई नगर, कानपुर नगर।
2- पियूष गुप्ता पुत्र हरीओम गुप्ता नि0 87/149, देव नगर, थाना रायपुरवा, कानपुर नगर।
बरामदगीः-
1. नगद रू0 2,81,700/- (दो लाख इक्यासी हजार सात सौ मात्र)
2. मोबाईल 01 अदद।
3. एक अदद आधार कार्ड,
4. एक अदद डी0एल0,
5. एक अदद होण्डा कार डब्लू0आर0वी0 नं0 यू0पी0-78, एफ0वाई0-0285


गिरफ्तारी का स्थान व समय
दिनांक-21-10-2020 समय 02ः05 बजे, गौरी बाजार, आशियाना, लखनऊ


       आई0पी0एल0-2020 क्रिकेट मैच शुरू होने के बाद एस0टी0एफ0, उत्तर प्रदेश को सूचनायें प्राप्त हो रही थी कि वर्तमान में चल रहे आई0पी0एल0 मैच 2020 में बेटिंग एक्सचेन्ज बनाकर के लोगों को जोड़ कर प्रत्येक मैच में सट्टा बाजी का काम संगठित गिरोह संचालित कर रहा है, जिसके विरूद्ध कार्यवाही हेतु एस0टी0एफ0 की विभिन्न टीमों को निर्देशित किया गया था। इसी क्रम में श्री डी0के0 शाही, पुलिस उपाधीक्षक, एस0टी0एफ0 के पर्यवेक्षण में टीम गठित कर अभिसूचना संकलन की कार्यवाही की जा रही थी।
अभिसूचना संकलन/मुखबिर द्वारा ज्ञात हुआ कि कानपुर नगर में आईपीएल बेटिंग करने वाले का एक संगठित गिरोह सक्रिय है, जिसका सरगना प्रशान्त वर्मा है। यह भी ज्ञात हुआ कि प्रशान्त वर्मा द्वारा पकड़े जाने के डर से अपने साथियों के साथ दूसरे शहरों में गाड़ी में घूम-धूम कर आई0पी0एल0 मैच में बेटिंग किये जाने का कार्य किया जा रहा है। प्राप्त सूचना के आधार पर उपनिरीक्षक श्री सतेन्द्र विक्रम सिंह के नेतृत्व में मु0आ0 नीरज पाण्डेय, मु0आ0 शैलेन्द्र प्रताप सिंह, मु0आ0 प्रदीप कुमार सिंह व मु0आ0 बृजेश कुमार सिंह की एक टीम गठित कर मुखबिर द्वारा बताये गये स्थान पर पहुँच कर गाड़ी में बैठे 02 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया, जिनसे उपरोक्त बरामदगी की गयी।
गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ पर सट्टा खिलाने के कारोबार को स्वीकार किया और बताया है कि वह काफी दिनों से इस अवैध काम को कर रहे हैं। सरगना प्रशान्त वर्मा ने बताया कि वह इससे पूर्व भी इसी काम में जेल जा चुका है। जेल से आने के बाद वह फिर जुए के काम में सक्रिय हो गया है। पकड़े जाने के डर से वह अब स्थान व शहर बदल-बदल कर अपनी गाड़ी में ही फोन द्वारा बेटिंग का कार्य कर रहा है। उसके फोन में लाईव लाइन पड़ा हुआ है, इसी को डब्बा फोन कहते हैं यह सीधे लाइन से जुड़ा हुआ है। उससे आई0पी0एल0 खेल रही टीमों के भाव बताये जाते हैं। जैसे यदि डिब्बा फोन से 55-60 पंजाब बोला गया तो 55 पंजाब का व 60 विरोधी टीम का भाव होता है। इस भाव पर जिस टीम का नम्बर पहले बोला जाता है वह फेवरेट (जिताव) टीम तथा जिसका नम्बर बाद में बोला जाता है उसे लंगड़ी टीम (हारने वाली टीम) कहते हैं। सट्टे की भाषा में डिब्बा फोन को बुकी बोला जाता है। डिब्बा फोन से मेरे जैसे कई बुकी कनेक्शन लिये हुए है। कनक्शन का रू0 2000/- प्रति माह देना होता है। यह कारोबार विश्वास की नीव पर टिका होता है। इस लिए परिचित बुकी ही बेटिंग में शामिल किये जाते है। पैसे का लेन-देन हवाला के माध्यम से किया जाता है। किसी भी जनपद में बुकी/पन्टर से पैसे का लेन-देन उसी जनपद मंे मुख्य बुकी अपने खास व्यक्तियों के माध्यम से सम्पादित कराता है। बुकी कमीशन व कटिंग के माध्यम से इस कारोबार में धन कमाता है। जैसे यदि बुकी 01 प्रतिशत कमीशन पर कार्य कर रहा है तो 100 रूपया हारने पर मुख्य बुकी को 01 रूपया कमीशन मिलता है, जीतने पर कुछ भी नहीं मिलता है।
गिरफ्तार अभियुक्तों के विरूद्ध थाना आशियाना, कमिश्नरेट लखनऊ में मु0अ0सं0 525/2020 धारा 13 जुआ अधिनियम का अभियोग पंजीकृत कर अग्रिम विधिक कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।