वेबवार्ता(न्यूज़ एजेंसी)/अजय कुमार वर्मा
लखनऊ 22 सितम्बर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से वाराणसी मण्डल के विकास कार्यों की विस्तृत से समीक्षा की। उन्होंने मण्डल के जनप्रतिनिधियों से संवाद स्थापित करते हुए विभिन्न जनपदों में विकास योजनाओं के क्रियान्वयन और प्रगति के सम्बन्ध में फीडबैक प्राप्त किया। जनप्रतिनिधिगण ने मुख्यमंत्री जी की विकास कार्यों के प्रति रुचि, माॅनीटरिंग तथा तीव्र गति से संचालित किए जाने के लिए उनकी सराहना की। मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधिगण द्वारा संज्ञान में लायी गयी समस्याओं के समुचित निस्तारण के निर्देश शासन एवं जिला प्रशासन के अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों के साथ समन्वय कर विकास कार्यों को गति प्रदान की जाए। विकास योजनाओं के सम्बन्ध में जनप्रतिनिधियों के प्रस्तावों पर शीघ्रता से कार्यवाही की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई भी कार्यदायी संस्था उनकी ही परियोजनाओं का कार्य हाथ में ले, जितना वह समय से पूर्ण करा सके। इसका भविष्य में विशेष ध्यान रखा जाए। परियोजनाओं के लम्बित रहने से लागत के पुनरीक्षण की स्थिति उत्पन्न होती है, जिससे उसकी लागत बढ़ती है और जनता को उसका लाभ भी समय से नहीं मिल पाता। सभी परियोजनाएं समयबद्ध व गुणवत्तापूर्ण ढंग से मानकों के अनुसार पूर्ण की जाएं। विकास परियोजनाएं के पूर्ण होने पर रोजगार की समस्या का समाधान भी होता है और पलायन नहीं होता। उन्होंने कहा कि परियोजना के सम्बन्ध में प्रत्येक स्तर पर जवाबदेही तय होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों के लिए भूमि की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए जागरूकता के कार्यक्रम हर स्तर पर चलाए जाएं। जब तक कोई वैक्सीन या उपचार नहीं आता, तब तक सतर्कता बरतते हुए विकास कार्यों को संचालित किया जाए। उन्होंने कहा कि बेहतर सर्विलांस और काॅन्टैक्ट टेªसिंग के माध्यम से कोविड संक्रमण को रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि एस0आई0टी0 के तहत जो परियोजनाएं जांच के दायरे में हैं, उन्हें वर्गीकृत कर प्राथमिकताएं निर्धारित की जाएं और कार्य पूर्ण कराए जाएं। उन्होंने पर्व और त्योहारों के पूर्व सड़कों को गड्ढामुक्त किए जाने तथा नवनिर्माण कार्य को गुणवत्तापूर्ण ढंग से किए जाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री आवास योजना तथा मुख्यमंत्री आवास योजना के निर्माण कार्यों एवं स्वच्छ भारत मिशन के तहत निर्मित शौचालयों की शत-प्रतिशत जियो टैगिंग किए जाने के निर्देश देते हुए कहा कि जिस कार्य के लिए धन अवमुक्त हो, लाभार्थी द्वारा वही कार्य कराए जाएं। इसे भी सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने ग्राम सचिवालय तथा सामुदायिक शौचालय के लिए भूमि का चिन्हांकन जनप्रतिनिधियों के साथ संवाद करके शीघ्रता से किए जाने के निर्देश दिए। यह भी कहा कि प्रत्येक विकास परियोजना के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त कर उसे समयबद्ध ढंग से और मानकों के अनुसार पूर्ण कराया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद स्तर पर 10 करोड़ रुपए से कम की विकास परियोजनाओं की प्रगति के सम्बन्ध में जिला प्रशासन द्वारा समीक्षा की जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में एम0एस0एम0ई0 क्षेत्र में 7.5 लाख इकाइयों को ऋण उपलब्ध कराए गए हैं। जनपद स्तर पर बैंकर्स कमेटी के साथ बैठक करके यह कार्य आगे बढ़ाया जाए। लीड बैंकों के साथ समन्वय किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि गो आश्रय स्थलों के लिए धनराशि दी जा चुकी है। निराश्रित गोवंश को किसानों को उपलब्ध कराए जाने का कार्य व्यवस्थित ढंग से किया जाए। गो आश्रय स्थलों का रख-रखाव भी ठीक प्रकार से सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत अधिक से अधिक रोजगार सृजन किए जाने के निर्देश दिए और कहा कि श्रमिकों के लिए गठित आयोग के तहत रोजगार के कार्य को व्यवस्थित रूप से संचालित किया जाए। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा प्रदान किए गए आर्थिक पैकेज के तहत कृषि इन्फ्रास्ट्रक्चर के कार्यों की व्यापक सम्भावनाएं हैं। प्रत्येक विकासखण्ड पर एफ0पी0ओ0 का गठन हो। कोल्ड स्टोरेज और खाद्यान्न गोदामों के निर्माण कार्य को प्राथमिकता के आधार पर किया जाए।
मुख्यमंत्री ने वाराणसी मण्डल के लिए पर्यटन क्षेत्र में व्यापक सम्भावनाओं की चर्चा करते हुए कहा कि पर्यटन योजनाओं पर फोकस किया जाए। उन्होंने कहा कि सम्पूर्ण समाधान दिवस प्रारम्भ हो चुका है। थाना दिवस भी प्रारम्भ किया जाए। इससे स्थानीय तौर पर समस्याओं का समाधान होगा। उन्होंने कहा कि ओ0डी0ओ0पी0 के तहत स्थानीय और जनपद के विशिष्ट उत्पादों को बढ़ावा दिया जाए। मुख्यमंत्री ने काशी को पौराणिक नगरी बताते हुए कहा कि यहां विकास कार्यों में कोई कोताही नहीं होनी चाहिए। काशी में पिछले 06 वर्षों के दौरान विकास की अनवरत धारा चली है। इसका लाभ अन्य जनपदों को भी मिलेगा। वाराणसी स्मार्ट सिटी के कार्यों पर संतोष व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि अमृत योजना के तहत कनेक्शन तेजी के साथ उपलब्ध कराए जाएं, जिससे जनता लाभान्वित हो सके। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जनपद वाराणसी संत रविदास की जन्म स्थली सीरगोवर्धन के पर्यटन विकास के कार्यों को तेज गति से आगे बढ़ाया जाए।
मुख्यमंत्री ने नगर निकायों की कर प्रणाली की व्यवस्था को पारदर्शी बनाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि निकायों को सक्षम और आत्मनिर्भर बनाने के लिए यह आवश्यक है। चन्दौली के एल-3 कोविड अस्पताल के सम्बन्ध में बाधाएं दूर कराकर कार्यों को शीघ्र पूर्ण कराते हुए उन्हें संचालित कराया जाए। कोई भी कार्य लम्बित न रहे। शीघ्र निर्णय लेते हुए समय से कार्यवाही की जाए। उन्होंने उमानाथ सिंह राजकीय मेडिकल काॅलेज, चन्दौली के सम्बन्ध में निर्णय लेकर कार्य पूर्ण कराए जाने के निर्देश दिए, जिससे पढ़ाई शुरू की जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद चन्दौली में डेडिकेटेड फ्रेट काॅरिडोर के निर्माण के लिए 08 आर0ओ0बी0 बनने हैं। 02 के लिए भूमि का अधिग्रहण हो चुका है। शेष के लिए भी भूमि की व्यवस्था की जाए। काॅरिडोर का कार्य बाधित नहीं होना चाहिए। उन्होंने जनपद में हो रही नदी की कटान के सम्बन्ध में तत्काल कार्यवाही करने के निर्देश जिलाधिकारी को दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जर्जर तारों और पोल इत्यादि की समस्याओं के सम्बन्ध में ऊर्जा विभाग त्वरित निस्तारण करे। रोस्टर के अनुसार अनुमन्य विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। शहरी क्षेत्र में 24 घण्टों के अंदर एवं ग्रामीण क्षेत्र में 48 घण्टे के अंदर ट्रांसफाॅर्मर बदलने की व्यवस्था की गई है। इस सम्बन्ध में टोलफ्री नम्बर भी निर्गत किए गए हैं। उन्होंने गाजीपुर के जिलाधिकारी को बिजली विभाग के टोलफ्री नम्बर की क्रियाशीलता की समीक्षा करते हुए इसकी माॅनीटरिंग सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने जिलाधिकारी को एस0टी0पी0 के निर्माण हेतु भूमि की व्यवस्था किए जाने की बात कही। जनपद गाजीपुर में निर्माणाधीन चिकित्सालय के कार्यों में तेजी लाए जाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि वाराणसी मण्डल में 50 करोड़ रुपए से अधिक की 28 विकास परियोजनाएं संचालित हैं। इनमें वाराणसी जनपद में 24, चन्दौली में 01, जौनपुर में 02 तथा जनपद गाजीपुर में 01 परियोजना सम्मिलित हैं। वाराणसी जनपद में अन्तर्राष्ट्रीय सहयोग एवं कन्वेंशन सेण्टर का निर्माण कार्य 15 दिसम्बर, 2020 तक पूर्ण हो जाएगा। आई0यू0सी0टी0ई0 भवन एवं काशी हिंदू विश्वविद्यालय के निर्माणाधीन 160 आवासीय भवनों का निर्माण कार्य तेजी से कराया जा रहा है।
राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-56 के 63.36 कि0मी0 लम्बाई के चार लेन चैड़ीकरण (सुल्तानपुर-वाराणसी सेक्शन) कार्य माह मार्च, 2021 तक पूर्ण हो जाएंगे। राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-233 के 59.01 किमी0 लम्बाई के चार लेन चैड़ीकरण (घाघरा ब्रिज-वाराणसी सेक्शन) कार्य माह मार्च, 2021 तक पूर्ण कर लिए जाएंगे। इसी प्रकार, राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-29 वाराणसी-गाजीपुर सेक्शन के 72 कि0मी0 लम्बाई के चार लेन चैड़ीकरण का कार्य माह दिसम्बर, 2020 तक पूरा कर लिया जाएगा। निर्माणाधीन 44.25 किमी0 लम्बी वाराणसी रिंग रोड फेज-2 एवं पंचकोसी परिक्रमा मार्ग (चितईपुर-भीमचंडी-जंसा-रामेश्वर-कपिलधारा) का निर्माण कार्य माह दिसम्बर, 2020 तक पूर्ण हो जाएगा।
वाराणसी औड़िहार सेक्शन के अन्तर्गत वाराणसी गाजीपुर मार्ग के समपार संख्या संख्या-20 स्पेशल पर 03 लेन आर0ओ0बी0 का निर्माण कार्य माह फरवरी, 2021 तक पूर्ण हो जाएगा। वाराणसी सिटी-सारनाथ रेल मार्ग पर कज्जाकपुरा के पास समपार संख्या 23ए पर 1.77 किमी0 लम्बाई का रेल उपरिगामी सेतु तथा लहरतारा से फुलवरिया-सेण्ट्रल जेल मार्ग बाया शिवपुर चुंगी मार्ग का निर्माण कार्य माह दिसम्बर, 2021 तक पूरा हो जाएगा। वाराणसी शहर में गैस वितरण परियोजना पर तेजी से कार्य चल रहा है, जो माह मार्च, 2023 तक पूर्ण हो जाएगा। इसके अन्तर्गत 19,400 घरों में जी0आई0 इन्फ्रास्ट्रक्चर कार्य पूर्ण होगा, 3350 घरों में गैस आपूर्ति, 09 सी0एन0जी0 स्टेशन कार्यशील, 03 पर कार्य प्रगति पर, कुल 54 कि0मी0 स्टील पाइप लाइन एवं 260 कि0मी0 एम0डी0पी0ई0 पाइपलाइन कार्य पूर्ण हो चुका है।
काशी विश्वनाथ धाम का निर्माण कार्य माह मार्च, 2020 से शुरू है, जो माह अगस्त, 2021 तक पूर्ण हो जाएगा। 132/33 के0वी0 विद्युत उपकेन्द्र अलईपुर का निर्माण कार्य सितम्बर, 2021 में पूर्ण हो जाएगा। आई0पी0डी0एस0 फेज-2 के अन्तर्गत विद्युत तारों को भूमिगत किए जाने का कार्य माह अक्टूबर, 2020 तक पूरा करा लिया जाएगा। काशी में ओल्ड ट्रंक सीवर (शाही नाला) के जीर्णोद्धार का कार्य मार्च, 2021 तक पूर्ण हो जाएगा। जे0एन0एन0यू0आर0एम0 के अन्तर्गत ट्रांस वरुणा सीवरेज का निर्माण कार्य माह दिसम्बर, 2020 तक पूरा हो जाएगा।
राजकीय मेडिकल कॉलेज, चन्दौली का निर्माण कार्य ई0पी0सी0 मोड से कराए जाने के लिए कंसलटेंसी मुख्यालय स्तर से निविदा प्राप्त कर ली गई है। कंसल्टेण्ट द्वारा कार्य स्थल का निरीक्षण कर टोटल स्टेशन सर्वे का कार्य प्रगति पर है। जनपद जौनपुर में निर्माणाधीन उमानाथ सिंह राजकीय मेडिकल कॉलेज का निर्माण कार्य माह दिसम्बर, 2021 तक पूर्ण हो जाएगा। राजकीय मेडिकल कॉलेज गाजीपुर का निर्माण कार्य प्रगति पर है, जो माह अगस्त, 2021 तक पूर्ण हो जाएगा। सीवरेज योजना नगर पालिका परिषद, जौनपुर का कार्य प्रगति पर है, जो माह अक्टूबर, 2021 तक पूर्ण कर लिया जाएगा।
इस अवसर पर नगर विकास मंत्री आशुतोष टण्टन, पर्यटन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डाॅ0 नीलकण्ठ तिवारी, खेल एवं युवा कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) उपेन्द्र तिवारी, स्टाम्प तथा न्यायालय शुल्क राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविन्द्र जायसवाल, ऊर्जा राज्यमंत्री रमाशंकर सिंह पटेल, आवास एवं शहरी नियोजन राज्यमंत्री गिरीश चन्द्र यादव, मुख्य सचिव आर0के0 तिवारी, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टण्डन, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव ऊर्जा अरविन्द कुमार, अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा श्रीमती मोनिका गर्ग, अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा श्रीमती आराधना शुक्ला, अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी, प्रमुख सचिव लोक निर्माण नितिन रमेश गोकर्ण, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव आवास दीपक कुमार, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य आलोक कुमार, निदेशक सूचना शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग द्वारा वाराणसी मण्डल के विकास कार्यों की समीक्षा की