वेबवार्ता(न्यूज़ एजेंसी)/अजय कुमार वर्मा
लखनऊ 24 सितम्बर। मुख्यमंत्री की अपेक्षानुसार धान खरीद एजेन्सियां इस बात का ध्यान रखें कि क्रय केन्द्र अनिवार्य रूप से खुलें और किसानों से अधिक से अधिक धान खरीद की जाय। धान खरीदने से पहले किसान का सत्यापन अनिवार्य रूप से हो, ताकि किसानों का धान बिचैलियों के माध्यम से न खरीदा जाय और किसान को उसकी उपज का सही मूल्य मिल सके। उन्होंने कहा कि प्रत्येक क्रय केन्द्र पर धान नमी मापक यंत्र अनिवार्य रूप से रखा जाय। यह निर्देश खाद्य एवं रसद राज्य मंत्री रणवेन्द्र प्रताप सिंह उर्फ ‘‘धुन्नी सिंह‘‘ ने आज बापू भवन स्थित सभागार में क्रय एजेन्सियों के अधिकारियों के साथ धान खरीद के सम्बन्ध में हुई बैठक में दिए।
श्री धुन्नी सिंह ने खाद्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि खरीद सम्बन्धी सभी उपकरण तत्काल उपलब्ध कराये जायें, ताकि धान खरीद में किसी भी तरह कि समस्या न आए। उन्होंने कहा कि प्राइवेट सोसायटी क्रय केन्द्र आवश्यक रूप से खोले, जहां भी क्रय केन्द्र क्रियाशील नहीं पाया जाएगा, वहाँ जिम्मेदार एजेन्सी के विरूद्ध कानूनी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी व्यवस्थाओं का समय-समय पर स्थलीय निरीक्षण किया जाय।
खाद्य एवं रसद राज्य मंत्री ने कहा कि क्रय केन्द्र मिल के पास सम्बद्ध किया जाय। उन्होंने कहा कि क्रय केन्द्र की स्थापना धान मिल से दूरी 40-50 किलो मीटर या इससे अधिक करने से खरीद नहीं होती है। उन्होंने कहा कि पूरे जिले में एक तरह की खेती नहीं होती है, कहीं ज्यादा तो कहीं कम होती है। उन्होंने कहा कि जहाँ धान खरीद का सत्यापन आधार कार्ड के आधार पर किया जाय, ताकि किसान को उसकी उपज का उचित मूल्य मिल सके और किसी बिचैलिये के माध्यम से खरीद न हो।
बैठक में क्रय एजेन्सियों के अधिकारियों ने अपनी समस्याएं रखी। जिस पर मंत्री ने आश्वासन दिया कि उनकी समस्याएं शीघ्र दूर की जाएंगी।- सरिता वर्मा
धान खरीद क्रय केन्द्र अनिवार्य खुलें और अधिक से अधिक धान खरींदें - राज्य मंत्री रणवेन्द्र प्रताप सिंह