भाजपा ने कसा तंज़, कहा कांग्रेस के मेनिफेस्टो का ऐजेण्डा देश को तोड़ने वाला है
 

लखनऊ । भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डा0 महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने कहा कि कांग्रेस अपने घोषणा पत्र को लेकर जगह-जगह प्रेसवार्ता कर रही है। यह बड़ी हास्यास्पद बात है कि देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी कांग्रेस अब देशद्रोह का पुलिंदा लेकर गली-गली घूम रही है। 

डा0 पाण्डेय ने कहा कि वह कहते है कि कांग्रेस ने जो भी कहा वह किया है तो उनको बताना चाहिए कि क्या भारत विभाजन, आपातकाल, सिखों का नरसंहार, टुकड़े-टुकड़े गैग का समर्थन, कोयला घोटाला, टू-जी घोटाला, थ्री-जी घोटाल, काॅमनबेल्थ गेम्स घोटाला, आदर्श सोसायटी, हेराण्ड जैसे कारनामें उन्होंने कह कर किये थे या बिना कहे ही करके दिखा दिये। डा0 पाण्डेय ने कहा कि कांग्रेस के मेनिफेस्टो का ऐजेण्डा देश को तोड़ने वाला है और जो भी राष्ट्र की एकता और अखण्डता के खिलाफ है वह राष्ट्रद्रोह है।

डा0 पाण्डेय ने कहा कि राहुल गांधी के पूर्वजों ने जम्मू कश्मीर को लेकर जो निर्णय लिए थे उस एजेण्डे को और खतरनाक तरीके से आगे बढ़ाने की कांग्रेस तैयारी कर रही है। कांग्रेस रूल रेगुलेशन और कानून का रिव्यू करने की बात कर रही है। देशद्रोह को अपराध की श्रेणी से हटाने का वायदा देशद्रोही वायदा ही है। भारत आजादी के बाद से विभिन्न भागों में अलगाववादी हिंसा का शिकार रहा है। नक्सली लोकतांत्रिक व्यवस्था को मानने से इंकार कर चुके है, ऐसे में देशद्रोह के कानून को निरस्त करना देश के लिए घातक होगा। शहरी नक्सलियों के टुकड़े-टुकड़े गैंग के साथ दोस्ती दिखाने वाले राहुल गांधी उनके कहने पर इस कानून को निरस्त करने की बात कर रहे है।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस के मेनिफेस्टो में अलगाववादियों से बातचीत करने आफस्पा (सशस्त्र सेना विशेष सुरक्षा कानून) को हटाने, देशद्रोह की धारा को समाप्त करने और सभी अपराधियों को जमानत देने जैसे वायदे देश की सुरक्षा को कमजोर करके देश की विभाजन की ओर ले जाने वाले है।

डा0 पाण्डेय ने कहा कि कांग्रेस ने 2004 के घोषणापत्र में बिजली पहुंचाने का वादा किया था। 2009 और 2014 में भी यह कांग्रेस के घोषणापत्र का हिस्सा रहा लेकिन इसे पूरा मोदी सरकार ने पिछले पांच वर्षों में किया। कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में कहा है कि वह किसानों को सीधा लाभ पहुंचाने के लिए फीजिबिलिटी को एक्जामिन करेगी। वाह रे कांग्रेस पार्टी, 2004, 2009, 2014 और अब 2019 में भी कांग्रेस यही कह रही है जबकि मोदी सरकार ने देश के 12 करोड़ से अधिक किसानों को 6000 रुपये देने की शुरूआत भी कर दी है।

उन्होंने कहा कि 2004 में कांग्रेस ने वादा किया था कि वह जनता के प्रति जवाबदेह है, इसलिए हर साल 2 अक्टूबर को पूरे किए गये वादों का लेखा-जोखा जनता के सामने रखेगी। कांग्रेस ने यह भी वादा किया था कि सरकार बनने के 100 दिनों में वह एक्शन प्लान पेश करेगी। आज तक कांग्रेस की सरकारों में यह हुआ ही नहीं। जबकि मोदी जी हर साल अपने कामकाज का लेखा-जोखा देश की जनता को देते हैं।