-मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने पुलवामा हमले पर केंद्र सरकार का पूर्म समर्थन किया।
नई दिल्ली (वेबवार्ता/अजय कुमार वर्मा) पुलवामा, जम्मू-कश्मीर में सी आर पी ऍफ़ पर हुए आतंकवादी हमले के बारे में जानकारी देने के लिए केंद्र सरकार द्वारा बुलाई गयी सर्वदलीय बैठक खत्म हो गई। यह बैठक गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बुलाई थी और सभी बड़ी राजनीतिक पार्टियों को इसके लिए आमंत्रण भेजा गया था। गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि सभी पार्टियों को पुलवामा में हुए हमले और सरकार द्वारा अब तक उठाए गए कदमों की जानकारी दी गई।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हम आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई जीतेंगे। अब सुरक्षा बलों के काफिले गुजरते समय यातायात बंद रहेगा। जम्मू कश्मीर में कुछ तत्वों के तार आईएसआई और आतंकी संगठनों से जुड़े हैं। पाकिस्तान और आईएसआई से पैसा लेने वाले लोगों को मिली सुरक्षा पर पुनर्विचार किए जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सेना और सुरक्षा बलों के काफिले की यात्रा के दौरान आम यातायात को प्रतिबंधित किया जाएगा। अस्पताल में घायल जवानों से मिलने के बाद उन्होनें कहा कि देश बहादुर जवानों के सर्वोच्च बलिदान को नहीं भूलेगा। शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।
बैठक के बाद गुलाम नबी आजाद ने कहा कि बहुत विषयों में हमारे सरकार के साथ मतभेद है और रहेंगे। इस वक्त देश की अंखडता के लिए हम सरकार के साथ खड़ें हैं। हमारी पार्टी और कांग्रेस अध्यक्ष ने तय किया है कि हम सुक्षाबलों के साथ हैं, हम उनके साथ खड़े रहेंगे, सभी राजनीतिक दल और देशवासी आज मातम मना रहे है, मेरी जानकारी के अनुसार, 1947 से आज तक युद्ध को छोड़कर सुरक्षाकर्मी इतनी बड़ी संख्या में मारे गए हैं।
इससे पहले, शुक्रवार को राजनाथ सिंह कश्मीर के पुलवामा जिला में सुरक्षाबलों के काफिले पर हुए हमले के बाद की स्थिति का जायजा लेने गए थे। गुरूवार को हुए सुरक्षाबलों पर हुए आत्मघाती हमले में 44 जवान शहीद हो गए थे ।
सर्वदलीय बैठक बुलाने का फैसला नई दिल्ली में 7 लोक कल्याण मार्ग पर शुक्रवार की सुबह पीएम मोदी की अध्यक्षता में बुलाई गई सुरक्षा मामलों की समिति की बैठक में लिया गया था। सुरक्षा मामलों की समिति की बैठक के बाद केन्द्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली ने कहा था कि “गृह मंत्री के कश्मीर से वापस आने के बाद जल्द ही सर्वदलीय बैठक बुलाई जाएगी।”