वेबवार्ता(न्यूज़ एजेंसी)/अजय कुमार वर्मा
लखनऊ 20 अक्टूबर। समाज में रहने वाले हर महिला व पुरूष को किसी न किसी स्तर पर अपना जीवनयापन करने के लिए जीविकोपार्जन का साधन चुनना पड़ता है। आज स्वरोजगार, बेरोजगारी दूर करने का एक अति उत्तम विकल्प है, जिससे देश की उन्नति भी होती है और स्वयं के लिए कार्य करते अर्थोपार्जन करना अपने आप में एक चुनौती भी है और प्रसन्नता भी होती है। यदि जीविकोपार्जन के लिए कार्य समूह में किया जाता है तो निश्चय ही समूह से व्यक्ति समृद्धि की ओर बढ़ता है। दीन दयाल अन्त्योदय योजना राष्ट्रीय ग्रामीण अजीविका मिशन, गरीबी उन्मूलन के लिए भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है, जिसके अन्तर्गत समूहों के माध्यम से स्वरोजगार स्थापित कराकर आत्मनिर्भर बनाने के लिए उ0प्र0 राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन का क्रियान्वयन प्रदेश सरकार द्वारा किया जा रहा है। इस योजना का मुख्य उद्ददेश्य है कि उ0प्र0 राज्य में रह रहे ग्रामीण गरीब परिवारों की कम से कम एक महिला सदस्य को समूह एवं अन्य सामुदायिक संस्था के माध्यम से संगठित कर उन्हें स्वाबलम्बी बनाना है। गरीबों के लिए विद्यमान आजीविका विकल्पों में वृद्धि करना बाहरी क्षेत्रों में रोजगार के अनुसार उनका कौशल विकास करना और स्वरोजगार एवं लद्यु उद्यमों के लिए प्रोत्साहित करना मिशन के आधारभूत कार्य है।
प्रदेश सरकार ने उ0प्र0 राज्य आजीविका मिशन का क्रियान्वयन इन्टेन्सिव रणनीति के अन्तर्गत राज्य के समस्त जनपदों के 592 विकास खण्डों के माध्यम से ग्राम पंचायतों मंे संचालित है। वर्तमान में कुल 371777 स्वयं सहायता समूहों का गठन करते हुए उनकों 15945 ग्राम संगठनों एवं 775 संकुल स्तरीय संघों से आच्छादित किया गया है। आजीविका सम्बंधित गतिविधियों को प्रोत्साहित करने हेतु माननीय प्रधानमंत्री जी की प्ररेणा से ग्रामीण महिलाओं को वित्तीय समावेश की दिशा में प्रदेश के मुख्यमंत्री के कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में सतत विकास के लक्ष्यों की प्राप्ति की दिशा में मिशन निरन्तर प्रगति की तरफ अग्रसर है, मिशन के अंतर्गत अभी तक कुल 241732 स्वयं सहायता समूहों को रिवाॅल्विंग फण्ड, 141709 स्वयं सहायता समूहों को सामुदायिक निवेश निधि एवं 116133 स्वयं सहायता समूहों को बैंक क्रेडिट लिंकेज द्वारा आच्छादित किया जा चुका है।
कोविड-19 के दौरान मुख्यमंत्री जी ने रोजगार सृजित करने और समूहों को आर्थिक रूप से मजबूत कराने पर बल दिया है। सम्पूर्ण प्रदेश में ग्राम स्तर पर जागरूकता के साथ-साथ बड़े स्तर पर मास्क एवं पी0पी0ई0 किट आदि बनाए जाने का कार्य किया जा रहा है।
सरकार समूहों के माध्यम से स्वरोजगार स्थापित कर रही