राज्यपाल व मुख्यमंत्री ने सरदार पटेल जयन्ती पर उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी


वेबवार्ता(न्यूज़ एजेंसी)/अजय कुमार वर्मा
लखनऊ 31 अक्टूबर। राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज पूर्व उप प्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की  जयन्ती के अवसर पर यहां हजरतगंज स्थित उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर उपस्थित लोगों को राष्ट्रीय एकता दिवस की शपथ दिलायी गई। कार्यक्रम में ‘पटेल स्मारिका-2020’ का विमोचन भी सम्पन्न हुआ।
      राज्यपाल श्रीमती आनंदी पटेल ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि सरदार पटेल कर्मठता, राष्ट्रीयता और देश भक्ति के उत्तम उदाहरण हैं। खेड़ा और वारदोली सत्याग्रह के माध्यम से उन्होंने राष्ट्रीय एकता की अलख जलाने का कार्य किया। गांधी कहते थे कि यदि सरदार पटेल न होते, तो आजादी मिलने में 10 वर्ष और लगते। राज्यपाल ने आगे कहा कि भारत की एकता और अखण्डता के लिए लौह पुरुष सरदार पटेल के योगदान पर उनके प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने के लिए प्रधानमंत्री जी ने गुजरात में सरदार सरोवर बांध पर सरदार पटेल की 182 मीटर ऊंची प्रतिमा स्थापित की है, जो दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा है। यह केवल एक प्रतिमा मात्र नहीं है, बल्कि एक बहुत बड़ा प्रोजेक्ट है। इसके माध्यम से बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार प्राप्त हुआ है।
       मुख्यमंत्री ने भारत माता के महान सपूत और भारतीय गणराज्य की एकता के सूत्रधार लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयन्ती पर उन्हें कोटि-कोटि नमन करते हुए कहा कि उन्होंने एक सामान्य किसान परिवार में जन्म लिया था। भारत माता के प्रति श्रद्धा और आस्था के कारण उन्होंने अपना पूरा जीवन भारत माता की एकता और अखण्डता के लिए समर्पित किया।
       मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत की स्वतंत्रता के समय ब्रिटिश सरकार की नीति थी कि वो भारत को अलग-अलग टुकड़ों में बांटकर हजारों वर्षों से चले आ रहे सनातन राष्ट्र को छिन्न-भिन्न कर दे। उस कुत्सित मंशा को समय रहते सरदार पटेल ने भांप लिया और अपनी सूझ-बूझ और दृढ़ इच्छा शक्ति के बल पर 562 देशी रियासतों को एकता के सूत्र में बांधकर वर्तमान भारत गणराज्य की रूपरेखा प्रस्तुत की।
      इस अवसर पर विधान परिषद सदस्य स्वतंत्रदेव सिंह, विधायक शशांक वर्मा, मुख्य सचिव आर0के0 तिवारी, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल, सूचना निदेशक शिशिर सहित अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद थे।