हाथरस कांड : विरोध प्रदर्शन कर रहे कांग्रेसियों पर बर्बर लाठीचार्ज 

वेबवार्ता(न्यूज़ एजेंसी)/अजय कुमार वर्मा
लखनऊ 1 अक्टूबर। हाथरस की दलित बेटी को न्याय दिलाने के वास्ते एवं मृतका के पीड़ित परिजनों को सांत्वना देने जा रहे कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी जी एवं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, प्रदेश कंाग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू सहित राष्ट्रीय मीडिया चेयरमैन रणदीप सिंह सुरजेवाला, राष्ट्रीय सचिव धीरज गुर्जर एवं हजारों की संख्या में कांग्रेसजनों को प्रदेश की योगी सरकार के इशारे पर पुलिस द्वारा जबर्दस्ती रोके जाने के उपरान्त पैदल मार्च कर रहे कांग्रेसियों पर बर्बर लाठीचार्ज किया। राहुल के साथ पुलिस ने धक्का-मुक्की की, जिस पर राहुल गांधी सड़क पर गिर पड़े। इसके उपरान्त राहुल एवं प्रियंका को गिरफ्तार कर लिया गया। इस घटना पर प्रदेश भर में कांग्रेसजनों ने रोष व्यक्त करते हुए विरोध प्रदर्शन कर हाथरस की बेटी को न्याय दिलाने की मांग की।
      इस मौके पर कांग्रेस महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी ने कहा कि हमारे और हमारे कार्यकर्ताओं पर जो भी जुल्म और लाठीचार्ज हुआ, हमारे खिलाफ जो भी कार्यवाही करें, उसे करने दें लेकिन इनका पीड़िता के परिवार के साथ जो व्यवहार रहा वह शर्मनाक है। ऐसा अन्याय हमने देखा नहीं है। जो सरकार हर बात में धर्म का नाम लेती है उस सरकार ने एक पिता को उसकी बेटी की चिता को जलाने नहीं दिया। जब ऐसा हादसा होता है तो सरकार की जिम्मेदारी होती है पीड़िता को पूरी तरह सहायता दें, न्याय दिलायें लेकिन इन्होने ठीक उसका उल्टा किया। हम पीड़िता के परिवार से मिलना चाहते हैं। आखिर सरकार हमको क्यों रोकना चाहती है। उन्होने कहा कि ऐसी ही घटना आज बलरामपुर में भी घटित हुई है। आखिर इन घटनाओं पर रोक कब लगेगी। मुख्यमंत्री जी कब जागेंगे। हम इनको जगाना चाहते हैं।
      कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी जी ने ट्वीट कर कहा कि - यूपी के जंगलराज में बेटियों पर जुल्म और सरकार की सीनाजोरी जारी है। कभी जीते-जी सम्मान नहीं दिया और अंतिम संस्कार की गरिमा भी छीन ली। भाजपा का नारा ‘बेटी बचाओ नहीं, तथ्य छुपाओ, सत्ता बचाओ’ है। उन्होने एक अन्य ट्वीट में कहा कि - दुःख की घड़ी में अपनों को अकेला नहीं छोड़ा जाता। यूपी में जंगलराज का यह आलम है कि शोक में डूबे एक परिवार से मिलना भी सरकार को डरा देता है। इतना मत डरो, मुख्यमंत्री महोदय।
     प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा कि - हाथरस जाने से हमें रोका। राहुल के साथ हम सब पैदल निकले तो बार-बार हमें रोका गया, बर्बर ढंग से लाठियां चलाईं। कई कार्यकर्ता घायल हैं। मगर हमारा इरादा पक्का है। एक अहंकारी सरकार की लाठियां हमें रोक नहीं सकतीं। काश यही लाठियां, यही पुलिस हाथरस की दलित बेटी की रक्षा में खड़ी होती। श्रीमती प्रियंका गांधी ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि -एक घमंडी सत्ता मासूम बच्चियों के मृत शरीरों पर अपनी ताकत का प्रदर्शन कर रही है। अन्याय को रोकने के बजाए, खुद अन्याय कर रही है। महिलाओं के लिए एक सुरक्षित समाज और प्रदेश के लिए-जहां वो आजादी से जी सकें और आगे बढ़ सकें-हमारा संघर्ष जारी रहेगा। एक अन्य ट्वीट में श्रीमती प्रियंका गांधी ने कहा कि हाथरस जैसी वीभत्स घटना बलरामपुर मंे घटी। लड़की का बलात्कार कर पैर और कमर तोड़ दी गयी। आजमगढ़, बागपत, बुलंदशहर में बच्चियों के साथ दरिन्दगी हुई। यूपी में फैले जंगलराज की हद नहीं। मार्केटिंग, भाषणों से कानून व्यवस्था नहीं चलती। यह मुख्यमंत्री की जवाबदेही का वक्त है। जनता को जवाब चाहिए। राहुल गांधी और श्रीमती प्रियंका गांधी सहित कंाग्रेसजनों पर बर्बर लाठीचार्ज की घटना पर प्रदेश भर में कांग्रेसजनों ने सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया। नोएडा में चक्का जाम, मिर्जापुर में डीएम को घेरा, उन्नाव, सीतापुर में विरोध प्रदर्शन किया गया।
      कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता श्रीमती आराधना मिश्रा ‘मोना’ एवं विधान परिषद दल के नेता दीपक सिंह के नेतृत्व में सैंकड़ों कांग्रेसजनों ने मुख्यमंत्री का घेराव करने के लिए प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय से मुख्यमंत्री आवास की ओर कूच किया। पुुलिस द्वारा बैरीकेडिंग कर कांग्रेसियों पर बर्बर लाठीचार्ज किया तथा गिरफ्तार कर इको गार्डेन ले गये। जहां से देर सायं रिहा किया।