एसएचओ की गुंडई, कहा थाने के अंदर पत्रकार फोटो व खबर नहीं बना सकते 


 - मामला खीरों क्षेत्र में मारपीट की घटनाओं में बढ़ोतरी में दबंगों ने दामाद सहित उसके फौजी भाई को किया लहूलुहान की कवरिंग का। 
- कब तक समाज के चौथा स्तंभ को दबाने दबाने का प्रयास करेगी पुलिस, हाथरस की घटना बनी उदाहरण। 


वेबवार्ता(न्यूज़ एजेंसी)/एसकेसोनी 
रायबरेली 5 अक्टूबर। खीरों थाना क्षेत्र में अपराध की बाढ़ सी आ गई है। लगातार मारपीट की घटनाओं से खीरों क्षेत्र थर्रा रहा, वही पीड़ितों को खीरों थाने में मुकदमा दर्ज करने के लिए दौड़ाया जाता है। ऐसा ही एक और प्रकाश में आया थाना क्षेत्र के बलभद्र खेड़ा मे एक फौजी अपने भाई के साथ उसकी पत्नी की विदाई कराने आया, ससुराल वालों ने कुल्हाड़ी, डंडे से किया जानलेवा हमला  दोनों भाइयों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया जिसमें एक की हालत नाजुक बताई जा रहे हैं। 
        आपको बता दे कि खीरों थाना क्षेत्र के बलभद्र खेड़ा गांव का है। करीबन 12 साल पहले सरेनी थाना क्षेत्र के रानी खेड़ा निवासी महिपाल की शादी हुई थी जिसके 2 बच्चे भी है। जिनकी पत्नी 6 महीने पहले अपने पति से विवाद करके मायके रहने आ गयी थी आज महिपाल अपने बड़े भाई कृष्णपाल जो फौज में सूबेदार के पद पर तैनात है इनके साथ अपनी पत्नी व बच्चों को लेने अपनी ससुराल गया हुवा था। तभी अचानक युवक के ससुराल वालों ने लाठी-डंडों व कुल्हाड़ी से दोनो भाइयो पर जानलेवा हमला कर दिया दोनो भाइयो को गंभीर चोटें आयी। खून से लतपत हालात में जिला अस्पताल लाया गया जहां छोटे भाई की हालत को देखते हुए डॉक्टर ने लखनऊ रेफर कर दिया। जिला अस्पताल के इमरजेंसी में तैनात डॉक्टर नवीन शर्मा ने बताया कि खीरों के स्वास्थ्य सामुदायिक केंद्र के रेफर किया गया है दोनो भाइयो को गंभीर चोटें आयी हुई है। बड़ा भाई खतरे से बाहर है वही छोटे भाई की सर में गंभीर चोटें लगी हुई जिसकी हालत नाजुक है जिसको देखते हुए लखनऊ रेफर कर दिया गया है।


- मीडिया से बताया मुकदमा दर्ज, लेकिन दर्ज मुकदमा हवाहवाई।


      खीरों कस्बे के बड़े-बड़े बढ़ई परिवार में 4 दिन पहले हुई मारपीट में खीरों एसएचओ राजेश कुमार ने बताया कि मारपीट का मुकदमा दर्ज कर लिया गया जबकि अभी तक पीड़ितों को मुकदमे की कॉपी नहीं मिल सकी और पीड़ित परिवार थाने के चक्कर काट रहे हैं। जबकि दोनों पक्षों से एक एक महिला घायल हुई थी और 1-1 युवकों का 151 में चालान किया गया था। वही एक पीड़ित पक्ष महिला का आरोप था किए पूछो उस पर सुलह समझौते का दबाव बना रहे हैं और ना मानने पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज करने की बात कही। वही व्हाट्सएप पर एक ऑडियो भी वायरल हो रहा है जिसमें एक पक्ष द्वारा यह कहा जा रहा है कि यहां के पत्रकार और नेताओं को हम देख लेंगे इन पर फर्जी बलात्कार का मुकदमा दर्ज करवा देंगे। मामले में किसकी दबंगई है? कौन पीड़ित है ? यह तो जांच का विषय है! लेकिन खबर लिखे जाने तक एक पीड़ित को मुकदमे की कॉपी नहीं मिल सकी थी।