एसटीएफ : सचिवालय व अन्य सरकारी विभागों में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के सरगना सहित 02 गिरफ्तार

वेबवार्ता(न्यूज़ एजेंसी)/अजय कुमार वर्मा
लखनऊ 11 अक्टूबर। दिनांक 11.10.2020 को एसटीएफ उ0प्र0 को सचिवालय व अन्य सरकारी विभागों में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के सरगना देवेष कुमार मिश्र व 01 अन्य अभियुक्त को गिरफ्तार करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई।
गिरफ्तार अभियुक्तों का विवरणः-
1- देवेष कुमार मिश्र पुत्र रमेष चन्द्र मिश्र, नि0 ग्राम दुर्गागंज, थाना बिलग्राम, हरदोई।
2- विनीत कुमार मिश्र पुत्र नरेन्द्र कुमार मिश्र नि0 मुनफ्फरपुर, मुल्लापुर, थाना पसगवां, खीरी।  
बरामदगीः-
1- कूटरचित नियुक्ति पत्र।
2- कूटरचित आदेष पत्र।
3- शैक्षणिक प्रमाण पत्र (अभ्यर्थी)
4- फोटोग्राफ (अभ्यर्थी)
5- 02 अदद रजिस्टर।
6- 02 अदद मोबाईल फोन।
7- 04 अदद एटीएम कार्ड।
8- 02 अदद पैन कार्ड।
9- 02 अदद वोटर कार्ड।
10- 02 अदद ड्राइविंग लाइसेन्स।
11- 01 अदद आधार कार्ड।
12- 03 अदद सिम कार्ड।
13- 01 स्विफ्ट कार नं0 यू0पी0 32 के0डी0 7455
14- नगद 1100/-
गिरफ्तारी का स्थान, दिनंाक व समय
  अरविन्दो पार्क, थाना क्षेत्र इन्दिरानगर, लखनऊ दिनंाक 11.10.2020 समय 07.25 बजे।  
      एसटीएफ उ0प्र0 को विगत कुछ दिनों से सूचना प्राप्त हो रही थी कि कुछ गिरोहों द्वारा बेरोजगार युवकों से सचिवालय व अन्य सरकारी विभागों में नौकरी के दिलाने के नाम पर ठगी की जा रही है। इस सम्बन्ध में एसटीएफ उ0प्र0 की विभिन्न टीमो/इकाईयों को अभिसूचना संकलन एवं आवश्यक कार्यवाही हेतु निर्देेशित किया गया था।
अभिसूचना संकलन के क्रम में आज दिनाॅंक 11.10.2020 को जरिये मुखबिर सूचना प्राप्त हुई की सरकारी विभागों मंे नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले एक गिरोह का सरगना देवश कुमार मिश्र अपने गिरोह के कुछ सदस्यों के साथ अरविन्दो पार्क थाना क्षेत्र इन्दिरानगर के पास किसी से मिलने आने वाला है। इस सूचना पर श्री धर्मष कुमार शाही, पुलिस उपाधीक्षक, एसटीएफ, उ0प्र0 के पर्यवेक्षण में उ0नि0 सत्येन्द्र विक्रम सिंह के नेतृत्व में मु0आ0 बृजेश सिंह, मु0आ0 प्रदीप सिंह, मु0आ0 अनिल सिंह, मु0आ0 नीरज पाण्डेय, मु0आ0 षैलेन्द्र सिंह की एक टीम मुखबिर द्वारा बताये गये स्थान पर पहुॅचकर मुखबिर के संकेत पर उसकी पहचान का विश्वास करते हुये आवश्यक बल प्रयोग कर 02 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया, जिसने पूछने पर अपना नाम देवेष कुमार मिश्र व विनीत कुमार मिश्र उपरोक्त बताया, जिनसे उपरोक्त बरामदगी हुई।    
        गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ करने पर बताया कि उसका एक गिरोह है जो बेरोजगार नवजवानों को ढ़ूढ़ते है और उन्हे सचिवालय व अन्य सरकारी विभागों मंे नौकरी दिलाने का लालच देकर उनसे पैसा लेते है तथा उनको हम लोगों द्वारा फर्जी तरीके से तैयार किया हुआ सचिवालय का लोगों लगा क्लर्क एवं चपरासी के पद का फर्जी नियुक्ति पत्र पर मुख्य सचिव, उ0प्र0 का फर्जी हस्ताक्षर करने उनको नियुक्ति पत्र दे दिया जाता था। अभ्यर्थियों से हम लोग सचिवालय के बाहर मिलते थे जिससे उनको विश्वास हो जाता था। प्रति अभ्यर्थी क्लर्क के पद के लिए 04 से 05 लाख रूपये व चपरासी पद के लिए 02 से 03 लाख रूपये तक लेते थे। अभ्यर्थियों से मिले पैसों को हम लोग सबके काम के हिसाब से आपस में बांट देता था। गिरफ्तार अभियुक्तों के आपराधिक इतिहास के सम्बन्ध में जानकारी की जा रही है।
       उक्त अभियुक्तों के विरूद्ध थाना इन्दिरानगर, जनपद लखनऊ में मु0अ0सं0 378/2020 धारा 419, 420, 467, 468, 471, 504, 506 भादवि में दाखिल किया गया है। अग्रिम कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।