डॉ.अम्बेडकर और कांशीराम का इतिहास अपने को फिर दोहराएगा और सिखाएगा भी - एस0के0निराला0


वेबवार्ता ( न्यूज़ एजेंसी)/अजय कुमार वर्मा 
गोरखपुर 29 अक्टूबर।  डॉ. अम्बेडकर की बनाई हुई पार्टी रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया को कांशीराम ने आगे नही बढ़ाया, जबकि बाबा साहब के मिशन को आगे बढ़ाने के लिए अपना जीवन लगा दिया, क्योंकि कांशीराम ने देखा कि डॉ. अम्बेडकर की आर0पी0आई0 पार्टी डरपोक और सत्ता के लालची व चालबाज लोगों हाथ मे पड़ गई है। इसलिए कांशीराम ने आर0पी0आई0 को आगे बढ़ाने के लिए अपना ऊर्जा नही लगाया और आगे चल कर खुद की पार्टी बहुजन समाज पार्टी बनाई। उक्त उद्गार वरिष्ठ बहुजन नेता एस के निराला ने कही। 
आगे कहते हुए निराला ने कहा कि तब लोग कहते थे कि कांशीराम को अम्बेडकर की पार्टी को आगे बढ़ाना चाहिए था, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। आज वही डॉ.अम्बेडकर का इतिहास कांशीराम के साथ जुड़ चुका है। समाज मान्यवर को अपना आदर्श तो मानेगा जैसे डॉ. अम्बेडकर को मानता है और हैं भी लेकिन समाज अब कांशीराम की बनाई पार्टी बहुजन समाज पार्टी को छोड़ देगा। क्योंकि अब कांशीराम की पार्टी को भी डरपोक, सत्ता के लालची निहायत घटिया सोच वाली भाई भतीजा के मोह वाली नेता ने साजिश व तिकड़म से हासिल कर लिया है।
    निराला ने कहा कि इसमे कोई सन्देह नही की बाबा साहब डॉ. अम्बेडकर के बाद कोई महापुरुष पैदा हुआ तो वो कांशीराम जी ही थे। समाज दोनों महापुरुषों को अपना आदर्श मानता है और मानेगा भी।
लेकिन जो बाबा साहब की पार्टी रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया का हाल हुआ वैसा ही हाल मान्यवर साहब की पार्टी बहुजन समाज पार्टी का हो चुका है। जैसे बाबा साहब के बाद मा. कांशीराम के रूप मे समाज को नया नेतृत्व मिला वैसे ही समाज को आगे नया नेतृत्व नेता मिलेगा, कोई भ्रम मे ना रहे आज जो नेता बना है वो ना तो पहला है और ना तो आखिरी।
     निराला ने कहा कि युवा सम्भालेंगे आगे का नेतृत्व नई ऊर्जा नई क्लेवर के साथ। पश्चिमी उ. प्र.मे भीम आर्मी तो पूर्वी उ.प्र. मे अम्बेडकर जन मोर्चा और गुजरात मे जिग्नेश मेवानी तो मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र बिहार, हरियाणा समेत सभी प्रदेश मे युवा नेतृत्व होगा। फिर इसमे से कोई एक होगा राष्ट्रीय लीडर जो संघर्ष और आगे की मेहनत खुद तय कर देगा...यही है आगे की हकीकत है।