विद्यार्थी परिषद ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन द्वारा शुरू किया सदस्यता अभियान, 4 हजार से अधिक बन चुके सदस्य 


वेबवार्ता(न्यूज़ एजेंसी)/अजय कुमार वर्मा
लखनऊ 19 सितम्बर। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा समय-समय पर रचनात्मक कार्यों के माध्यम से समाज को संदेश देने तथा विद्यार्थियों को राष्ट्र उन्मुखी बनाने हेतु नई दिशा दिखाने का काम किया जाता रहता है एवं आवश्यकता पड़ने पर विद्यार्थी हितों हेतु समय समय पर व्यापक आंदोलनों के माध्यम से भी विद्यार्थीयो के विषयों को पूरा करने का प्रयास भी किया गया है।
      प्रदेश सहमंत्री,काशी प्रान्त शुभम सेठ ने बताया कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद अपने सदस्यों का आकलन करने हेतु हर वर्ष राष्ट्रव्यापी सदस्यता अभियान चलाता है। कोरोना महामारी भी विद्यार्थी परिषद को उसके काम से नही डिगा पाई। पूरे विश्व ने देखा कि किस प्रकार कोविद19 की महामारी ने सभी को घरों के अंदर रहने को मजबूर कर दिया था लेकिन पूरे देश मे विद्यार्थी परिषद के असंख्य कार्यकर्ताओ ने सेवा अभियान चलाए। छात्रा बहनो ने भी घरों में मास्क और सेनेटाइजर बना कर मुफ्त में सभी को बाटा।काशी महानगर के कार्यकर्ताओं ने भी पूरे लॉकडौन राशन,मास्क,सेनेटाइजर, खाना वितरण किया। जिला प्रशासन के साथ मिलकर ये सुनिश्चित किया कि कोई भी भूखे पेट ना सोए।इसके बाद लगातार फ़ोन से ही छात्रों से संपर्क अभियान कर 15 हजार से अधिक छात्रों से काशी में बात की गई।
    शुभम सेठ ने आगे बताया कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने इस वर्ष का अपना सदस्यता अभियान कुछ परिवर्तन कर शुरू कर दिया है। पूर्व में विद्यार्थी परिषद सदस्यता बही के माध्यम से विद्यार्थीयो से सीधे संपर्क कर सदस्यता दिलाता था जिसमे विद्यार्थीयो का शुल्क पांच रुपये और शिक्षक सदस्यता शुल्क 100 रुपये रहता था लेकिन कोरोना की विभीषिका में इसमे कुछ परिवर्तन किए गए है।अब सदस्यता इस वर्ष ऑनलाइन एवं निःशुल्क की जा रही है। विद्यार्थीयो या शिक्षकों को इसके लिए कोई शुल्क नही देना है।
- सदस्यता अभियान के काशी महानगर के संयोजक कुँवर ज्ञानेंद्र एवं सह संयोजक विपुल सेठ,अंकित सिंह एवं पायल राय को बनाया गया है।
      सदस्यता अभियान के संयोजक कुँवर ज्ञानेंद्र ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि सदस्यता अभियान विगत वर्षों की भांति ही शुरू हो चुका। ये नए प्रकार का प्रयोग है एवं समय की मांग भी है। इस महामारी में हम नही चाहते कोई विद्यार्थी अपने घरों से आवश्यक निकले। इसको ध्यान रखते हुए परिषद ने इस बार ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रारंभ किया है। किसी विद्यार्थी या शिक्षक को परिषद की सदस्यता ग्रहण करने के लिए गूगल पर abvp.org/join सर्च करना होगा। इसके पश्चात साइट पर जा कर जॉइन abvp विकल्प के माध्यम से अपने ईमेल से रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसके बाद एक संछिप्त फॉर्म भरना होगा जिसके पश्चात वो सदस्य के रूप में रजिस्टर्ड हो जाएगा और उसका स्क्रीनशॉट वो अपने पास रख सकता है।
     ज्ञानेंद्र ने आगे बताया कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का सदस्यता अभियान 11 सितंबर से शुरू हो चुका है।अभी तक काशी में 4 हजार से अधिक विद्यार्थी एवं शिक्षकों ने ऑनलाइन आवेदन कर अभी तक सदस्यता ग्रहण कर ली है। आगे ये अभियान 25 सितंबर तक चलेगा। जिसमे अधिक से अधिक विद्यार्थीयो एवं शिक्षकों को जोड़ने का प्रयास रहेगा। सैकड़ो कार्यकर्ता फ़ोन के माध्यम से संपर्क कर लोगो को सदस्यता दिला रहे है।कार्यालय पर एक कॉल सेंटर की भी स्थापना हुई है जिसमे 5 लोग ऐसे लोगो की मदद कर रहे है जिन्हें फॉर्म भरते समय कोई आसुविधा हो रही है। सदस्यता अभियान की सह संयोजक पायल राय ने बताया कि छत्राओ की सदस्यता ऑनलाइन माध्यम से करना चुनौतीपूर्ण तो है लेकिन हमारे पास सर्वश्रेष्ठ विकल्प यही है और डिजिटल इंडिया बनाने में भी यह अभियान सहायक होगा।कई छात्राएं पहली बार ईमेल बना रही है।उन्हें अच्छा लग रहा हूं कि सदस्यता के साथ साथ उनको नया मेल भी मिल जाए रहा है।
       सदस्यता अभियान को लेकर कार्यालय पर हुई बैठक में प्रमुख रूप से शुभम सेठ ( प्रदेश सहमंत्री,काशी प्रान्त) एवं शिवम शाह (राज्य विश्विद्यालय प्रमुख काशी प्रान्त) का मार्गदर्शन सभी को मिला। इसमे प्रवीण शुक्ला (पूर्व राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य) ने भी अपने पूर्ववर्ती अनुभव साझा किए।जिसमे मुख्य रूप से कुँवर ज्ञानेंद्र, अंकित सिंह, विपुल सेठ, सौरभ, पायल राय, हर्षिता गुप्ता, गौरव मालवीय, यश दुबे, अरविंद विश्वकर्मा, शिवांगी यादव, ओम दुबे, शिवांग, शानू चक्रवाल, मनीष आदि कार्यकर्ता उपस्तिथ रहे।