वेबवार्ता(न्यूज़ एजेंसी)/अजय कुमार वर्मा
लखनऊ 21 सितम्बर। सिंचाई एवं जलसंसाधन विभाग के अन्तर्गत उत्तर प्रदेश वाॅटर सेक्टर रिस्ट्रक्चरिंग परियोजना द्वितीय चरण के कार्यों हेतु रिमोट सेन्सिंग एप्लीकेशल सेन्टर उ0प्र0 लखनऊ के कम्पोनेण्ट एफ-2 के अन्तर्गत 17.55 लाख रूपये की धनराशि की स्वीकृति प्रदान की गयी है। इसी प्रकार महानिदेशक, दीनदयाल राज्य ग्राम्य विकास संस्थान उ0प्र0 लखनऊ के द्वितीय चरण के कार्याें हेतु कम्पोनेण्ट सी-2 के अन्तर्गत 44.37 लाख रूपये की धनराशि स्वीकृत की गयी है।
विशेष सचिव, सिंचाई एवं जलसंसाधन, मुश्ताक अहमद की ओर से इस सम्बन्ध में 16 सितम्बर, 2020 को दोनो संस्थानो के लिए आवश्यक शासनादेश जारी कर दिये गये हंै। इन शासनादेशों के अनुसार निदेशक, रिमोट सेन्सिंग एप्लीकेशल सेन्टर, उ0प्र0 लखनऊ तथा महानिदेशक दीनदयाल राज्य ग्राम्य विकास संस्थान उ0प्र0 लखनऊ से अग्रेत्तर कार्यवाही किये जाने की अपेक्षा की गयी हैं।
परियोजना के लिए अवमुक्त की जा रही धनराशि के सापेक्ष कराये जाने वाले कार्यों पर व्यय प्रबन्धन एवं शासकीय व्यय में मितव्ययिता के सम्बन्ध में वित्त विभाग द्वारा समय-समय पर जारी निर्देशों का अनुपालन करना जरूरी होगा।= केवल
उत्तर प्रदेश वाॅटर सेक्टर रिस्ट्रक्चरिंग परियोजना द्वितीय चरण के कार्यों हेतु 17.55 लाख स्वीकृति