वेबवार्ता (न्यूज़ एजेंसी)/अजय कुमार वर्मा
लखनऊ 12 सितम्बर। उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने आज यहां लोक भवन में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री ने डोर-टू-डोर सर्वे कार्य को गुणवत्तापूर्ण ढंग से संचालित करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा है कि इस कार्य में आवश्यकतानुसार अतिरिक्त टीमें लगाई जाएं। कोविड-19 के नियंत्रण में काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग और मेडिकल टेस्टिंग की महत्वपूर्ण भूमिका पर बल देते हुए उन्होंने ट्रेसिंग और टेस्टिंग के कार्याें में और तेजी लाने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा है कि कोविड अस्पतालों में वेंटीलेटर सहित सभी मेडिकल उपकरण क्रियाशील रहने चाहिए। चिकित्सालयों में आक्सीज़न का 48 घण्टे का बैकअप अनिवार्य रूप से उपलब्ध रहना चाहिए।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि कोविड-19 के दृष्टिगत जनपद लखनऊ पर विशेष ध्यान दिये जाने की आवश्यकता है। उन्होंने लखनऊ के सभी कोविड चिकित्सालयों को सक्रिय रखते हुए के0जी0एम0यू0, एस0जी0पी0जी0आई0 तथा आर0एम0एल0आई0एम0एस0 की व्यवस्थाओं की समीक्षा की जाय तथा इनकी क्षमता में वृद्धि की जाय। लखनऊ के प्राइवेट मेडिकल काॅलेजों में संचालित कोविड अस्पतालों की व्यवस्थाएं चुस्त-चुस्त एवं मानकों के अनुरूप होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी ने अस्पतालों में क्षमता के अनुरूप मैन पाॅवर बढ़ाने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने पुलिस पेट्रोलिंग को बढ़ाने के निर्देश भी दिये हैं। मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि स्वास्थ्य मंत्रालय, भारत सरकार की आॅनलाइन ओ0पी0डी0 सेवा ‘ई-संजीवनी’ अत्यन्त उपयोगी सिद्ध हो रही है। बड़ी संख्या में मरीजों ने मोबाइल एप के माध्यम से इस सुविधा का लाभ प्राप्त किया है। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि ‘ई-संजीवनी’ सेवा का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए, ताकि अधिक से अधिक लोग इस आॅनलाइन ओ0पी0डी0 सेवा का लाभ प्राप्त कर सकें।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये हैं कि कल प्रदेश में आयोजित की जाने वाली नीट परीक्षा के लिए सभी आवश्यक प्रबन्ध किये जाएं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने गृह विभाग एवं जिला प्रशासन को यह निर्देश दिये हैं कि यह सुनिश्चित किया जाए कि अभ्यर्थियों को कोई दिक्कत न हो, इसके लिए पर्याप्त परिवहन निगम की बसें लगाई जाय। उन्होंने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारियों को अपने-अपने जनपद के गौ-आश्रय स्थलों का नियमित तौर पर निरीक्षण करने के निर्देश भी दिये हैं। मुख्यमंत्री जी ने जनपद मेरठ तथा बागपत में शराब पीने से हुई जनहानि की घटना में आबकारी विभाग तथा पुलिस को दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा है कि आवश्यकता पड़ने पर दोषियों के खिलाफ एन0एस0ए0 के तहत भी कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि बाॅर्डर एरिया के जनपदों में अवैध शराब न आने पाए, इसके विरूद्ध अभियान चलाया जाय। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि अवैध शराब की बिक्री को रोकने के लिए सहारनपुर, शामली, मेरठ, कुशीनगर, देवरिया, चंदौली तथा बलिया में विशेष अभियान चलाकर अवैध शराब की बिक्री पर रोक लगाई जाय।
श्री अवस्थी ने बताया कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अन्तर्गत माह अप्रैल से जुलाई 2020 तक प्रत्येक माह राशन कार्डों पर निःशुल्क खाद्यान्न का वितरण किया गया। अवरूद्ध प्रवासियों हेतु आत्मनिर्भर भारत योजना के अन्तर्गत मई से जुलाई 2020 तक प्रत्येक माह निःशुल्क खाद्यान्न का वितरण हुआ। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अन्तर्गत अगस्त माह में 3.57 करोड़ राशन कार्डों के सापेक्ष कुल 03.39 करोड़ राशन कार्डों के 14.67 करोड़ यूनिट पर निःशुल्क खाद्यान्न वितरित किया गया। अवरूद्ध प्रवासियों हेतु आत्मनिर्भर भारत योजना के अन्तर्गत अगस्त माह में कुल 2.88 लाख राशन कार्डों के सापेक्ष 2.48 लाख राशन कार्डों के 6.30 लाख यूनिट पर निःशुल्क खाद्यान्न वितरित किया गया। उन्होंने बताया कि 11 सितम्बर 2020 को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के अन्तर्गत 3.58 करोड़ राशन कार्डों के सापेक्ष कुल 03.06 करोड़ राशन कार्डों के 12.88 करोड़ यूनिट पर खाद्यान्न वितरित किया गया। उन्होंने बताया कि यूरिया सहित अन्य उवर्रक की आपूर्ति पर विशेष नजर रखी जा रही है तथा यह सुनिश्चित कराया जा रहा है कि कहीं पर भी इसकी कमी न रहे। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पर्याप्त मात्रा में यूरिया उपलब्ध है। गत वर्ष 31 अगस्त 2019 तक उवर्रक मंत्रालय के पोर्टल के अनुसार 36.89 लाख मीट्रिक टन की उपलब्धता थी जिसमें 12.62 लाख मीट्रिक टन सहकारिता विभाग का योगदान था एवं 29.12 लाख मीट्रिक टन की बिक्री हुई थी। इस वर्ष 31 अगस्त 2020 तक जहां उपलब्धता 40.11 लाख मीट्रिक टन हुई है जिसमें 12.85 लाख मीट्रिक टन सहकारिता विभाग का योगदान था वहीं वितरण 34.63 लाख टन हो गया है। इस प्रकार यूरिया का वितरण गत वर्ष से लगभग 5.57 लाख टन इस वर्ष अधिक वितरण हुआ है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के अन्तर्गत कृषि विज्ञान केन्द्र के माध्यम से कृषकों एवं कोविड के कारण विस्थापित कार्मिकों को प्रशिक्षण देने की योजना संचालित की जा रही है। अभी तक 311 कार्यक्रम आयोजित कर 9,610 व्यक्तियों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है।
श्री अवस्थी ने बताया कि प्रदेश में 5098 गौ-संरक्षण केन्द्र/स्थलों में 5.14 लाख निराश्रित गौवंश संरक्षित किये गये हैं। विभाग द्वारा समस्त गौआश्रय स्थलों पर भरण-पोषण हेतु धनराशि की व्यवस्था सुनिश्चित कर दी गयी है। जनपदों में कुल 3444 भूसा बैंक की स्थापना सुनिश्चित कर कुल 9.12 लाख कुन्तल भूसा की अतिरिक्त व्यवस्था सुनिश्चित कर ली गयी है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक जनपद में पुलिस/प्रशासन व अन्य विभागों की 12,019 वाहनों में पब्लिक एड्रेस सिस्टम लगाया गया है एवं 2471 स्थानों पर भी स्थायी लाउडस्पीकर की व्यवस्था की गयी है। उन्होंने बताया कि कल 7222 बसों के माध्यम से 10,11,000 लोगों ने यात्रा की। उन्होंने बताया कि 11 सितम्बर 2020 को मनरेगा के अन्तर्गत उ0प्र0 की 53,592 ग्राम पंचायतों में 18.22 लाख मनरेगा श्रमिकों को रोजगार दिया गया। मनरेगा श्रमिकों हेतु 22.72 करोड़ मानव दिवस का सृजन किया गया एवं 4681.97 करोड़ रूपए मानदेय का भुगतान किया गया, जो देश के अन्य राज्यों में कार्यरत मनरेगा श्रमिकों की संख्या एवं किये गये भुगतान की तुलना उत्तर प्रदेश प्रथम है।
श्री अवस्थी ने बताया कि गरीब कल्याण रोजगार अभियान के अन्तर्गत 11 सितम्बर 2020 तक 5.90 करोड़ मानव दिवस सृजित कर लिये गये हैं, 1785.08 करोड़ रूपए की धनराशि व्यय एवं कार्यपूर्णता के लक्ष्य 1,93,420 कार्यों के सापेक्ष 1,78,873 कार्य पूर्ण हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि विशेष स्वच्छता अभियान चलाकर ग्रामीण क्षेत्रों के 1,00,020 राजस्व ग्रामों के सापेक्ष 82,212 राजस्व ग्रामों में 1,11,987 कर्मियों के सहयोग से साफ-सफाई करायी गयी तथा नगरीय क्षेत्रों के 11,110 वार्डों में 88,022 कर्मियों के सहयोग से साफ-सफाई, कूड़ों का उठान, फाॅगिंग, एण्टी लार्वा का छिड़काव कराया गया, इससे वैक्टर जनित रोगों में कमी आई है।
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में कोविड-19 टेस्टिंग का कार्य तेजी से किया जा रहा है। प्रदेश में कल एक दिन में 1,40,562 सैम्पल की जांच की गयी। प्रदेश में अब तक कुल 73,58,471 सैम्पल की जांच की गयी है। उन्होंने बताया कि अब तक कुल संक्रमित में से 0-20 वर्ष तक 13.98 प्रतिशत, 21-40 वर्ष तक 48.58 प्रतिशत, 41-60 वर्ष तक 28.69 प्रतिशत तथा 60 वर्ष से अधिक 8.75 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि कुल संक्रमित लोगों में से 69 प्रतिशत पुरूष तथा 31 प्रतिशत महिलाएं संक्रमित हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में विगत 24 घंटंे में कोरोना के संक्रमित 6846 नये मामले आये है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 67,955 कोरोना के एक्टिव मामले हैं। प्रदेश में विगत 24 घंटे में कोरोना के 6085 लोग उपचारित हो चुके हैं। इस प्रकार प्रदेश में अब तक 2,33,527 मरीज पूरी तरह से उपचारित हो चुके, जिसका डिस्चार्ज प्रतिशत 76.35 है। उन्होंने बताया कि होम आइसोलेशन में 36,334 लोग हैं। अब तक 1,49,396 होम आइसोलेशन में रह चुके हैं जिसमें से 1,13,062 लोगों कीे आइसोलेशन की अवधि पूर्ण कर स्वस्थ्य हो चुके है। प्रदेश में सर्विलांस टीम के माध्यम से 1,00,410 क्षेत्रों में 3,43,519 टीमों के माध्यम से 2,28,74,346 घरों के 11,40,14,407 लोगों का सर्वेक्षण किया गया है।
श्री प्रसाद ने बताया कि ई-संजीवनी के माध्यम से कल एक दिन 1739 लोगों ने चिकित्सीय परामर्श लिया है। अब तक कुल 72,148 लोगों ने ई-संजीवनी के माध्यम से चिकित्सीय परामर्श प्राप्त कर चुके है। उन्होंने बताया कि आरोग्य सेतु ऐप द्वारा 10,75,978 लोगों को अलर्ट जारी किया गया। इस पर स्वास्थ्य विभाग एवं सी0एम0 हेल्प लाइन के माध्यम से जानकारी प्राप्त की गयी। ग्राम निगरानी समितियां तथा रेजिडेन्ट वेलफेयर कमेटियां सक्रिय रहें। उन्होंने बताया कि ग्राम निगरानी समितियां तथा रेजीडेन्ट वेलफेयर समितियों द्वारा सक्रिय रूप से कार्य किया जाय। - संजय कुमार/ अशोक कुमार/इंजेश सिंह
मुख्यमंत्री ने कोविड-19 के दृष्टिगत लखनऊ पर विशेष ध्यान दिये जाने पर बल दिया - अवनीश अवस्थी