कोविड-19 को लेकर हुए पैसों मे घोटाला की आशंका, पूरी जांच के आदेश

वेबवार्ता (न्यूज़ एजेंसी)/अजय कुमार वर्मा/ यस के सोनी  
रायबरेली 12 सितम्बर। कोरोना महामारी के दौर मे खरीदे गए पल्स आक्सीमीटर व थर्मल स्कैनर मे मनमानी पैसा खर्च करने की अशंका जाहिर करते हुए डीपीआरओ ने समस्त ग्राम पंचायतो मे खरीद परोख्त की आख्या मांगा है जिसको लेकर विभागो मे हड़कंप मच गया है।
बताते चले कि ऊंचाहार ब्लाक मे कुल 54 ग्राम पंचायते है। जिसमे शासन स्तर से मांगी गई रिपोर्ट मे स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आया है। जिसमे शासन के आदेशानुसार डीपीआरओ ने ब्लाक के समस्त ग्राम पंचायतो मे 24 जुलाई से पहले और 24 जुलाई के बाद कितने आक्सीमीटर व स्कैनर कितने खरीदे गए और कितने कितने दाम पर खरीद परोख्त किया गया और किस मद व किस फर्म से खरीदा गया फर्म का नाम सुधा रिपोर्ट मांगी गई है। जिसमे ये खरीद आशाबहू-ग्राम प्रधान व ग्राम प्रधान -एएनएम के संयुक्त खाते से पैसा निकालकर खरीदा गया। वीडीओ विजयंत सिंह ने बताया कि जिसमे थर्मल स्कैनर सरकारी रेटो मे 2800 रूपए निर्धारित है जबकि खरीद परोख्त स्वास्थ्य विभाग के पैसों से 4850 रूपए प्रति पीस दिखाया गया है क्योकि प्रधान का जरूर खाता था लेकिन पैसा स्वास्थ्य विभाग के ही निधि का है। जिससे अशंका है कि बड़े पैमाने में स्वास्थ्य विभाग मे घोटाला किया गया है ऐसा हम तभी कह पाएंगे जब पूरी जांच हो जाएगी।