वेबवार्ता(न्यूज़ एजेंसी)/अजय कुमार वर्मा
लखनऊ 30 सितम्बर। एक्टिविस्ट डॉ नूतन ठाकुर ने थाना चंदपा, हाथरस में युवती के बलात्कार एवं हत्या मामले में माइक्रो-ब्लॉगिंग साईट ट्विटर पर युवती का नाम लिए जाने, उसके नाम से ट्विटर पर विभिन्न हैशटैग चलाये जाने, उस युवती की दो फोटो शेयर किये जाने आदि के संबंध में विधिक कार्यवाही की मांग की है।
थाना गोमतीनगर, लखनऊ को भेजी अपनी तहरीर में नूतन ने कहा कि युवती की फोटो के साथ ही उसकी पहचान को उजागर करते कई विडियो भी यूट्यूब पर डाले गए हैं।
उन्होंने कहा कि धारा 228ए आईपीसी के अनुसार रेप पीडिता की पहचान का प्रकटीकरण दंडनीय अपराध है। सुप्रीम कोर्ट ने भी निपुण सक्सेना केस में स्पष्ट कर दिया था कि किसी भी स्थिति में रेप पीडिता की पहचान नहीं उजागर की जाये। उन्होंने सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार से ट्विटर, अन्य सोशल मीडिया एवं इन्टरनेट से उस युवती के नाम, फोटो, विडियो आदि को अविलंब हटवाये जाने की भी मांग की है।
हाथरस रेप केस: पहचान उजागर पर एफआईआर, विडियो हटाने की मांग - डॉ नूतन ठाकुर