एस0टी0एफ0: इलेक्ट्रोनिक मीडिया का कथित पत्रकार गिरफ्तार, लगा आरोप टेंडरों द्वारा करोडो की धोखाधड़ी करने का  

वेबवार्ता(न्यूज़ एजेंसी)/अजय कुमार वर्मा
लखनऊ 19 सितम्बर। पशुपालन विभाग में फर्जी टेंडर के माध्यम से धोखाधड़ी कर 09 करोड़ 72 लाख की ठगी व जालसाजी करने वाले गिरोह के सदस्यों व मु0अ0सं0 160/2020 धारा- 406/419/420/४६७ /468/ 471/120बी/167/170/201/364ए/506 भादवि व 7/13 व 7क/8 (1)(1) भ्रष्टाचार निवा0 अधि0 1988 व धारा 5 शासकीय गोपनियता अधि0 1923 व 26 भारतीय तार अधि0 1885 थाना हजरतगंज लखनऊ में वांछित अभियुक्त को गिरफ्तार करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई।
गिरफ्तार अभियुक्त का विवरणः-
 संतोष मिश्र पुत्र स्व0 सत्यनारायण मिश्र, नि0 ग्राम मिश्रनपुरवा, थाना धानेपुर, गोण्डा। हाल पता मकान नं0 2/218ए विकास खण्ड-2, गोमतीनगर, लखनऊ।
बरामदगीः  
1- 01 अदद मोबाइल फोन
2- 01 अदद आधार कार्ड,
3- 01 अदद पैन कार्ड,
4-  1000 रुपया नकद
5- 05 अदद विभिन्न बैंकों के डेविट कार्ड 
  गिरफ्तारी का दिनाँक, समय व स्थान-
गिरफ्तारी का दिनांक 18.09.2020, समय- 09.35 बजे रात्रि अयोध्या रोड इन्दिरा नहर के पास चिनहट, लखनऊ।
    आवेदक श्री मन्जीत सिंह भाटिया उर्फ रिंकू पुत्र स्व0 देवेन्द्र सिंह नि0 बगला नं0-4, 25 पुरनीता कालोनी बिचोेली हप्सी, इन्दौर मध्य प्रदेश का पशुपालन विभाग में उनके साथ टेण्डर के माध्यम से धोखाधड़ी कर 9 करोड़ 72 लाख की धोखाधड़ी करने के सम्बन्ध में दिये जाने कतिपय अभियुक्तों के विरूद्ध थाना हजतगंज जनपद लखनऊ मु0अ0असं0-160/2020 धारा-406, 419, 420, 467,468, 471, 120 बी भा0दवि0 व 7/13 भ्रष्टाचार निवारण अधि0 1988 पंजीकृत कराया गया, जिसके सम्बन्ध में एस0टी0एफ0 द्वारा 09 अभियुक्तो को पूर्व में गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है तथा इस मुकदमें में शेष वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु एस0टी0एफ0 द्वारा अभिसूचना संकलन की कार्यवाही की जा रही थी। अभिसूचना संकलन के दौरान ज्ञात हुआ कि उपरोक्त अभियोग में वांछित अभियुक्त संतोष मिश्रा जो पूर्व में ‘‘न्यूज वल्र्ड इण्डिया’’ चैनल का यूपी हेड था, गिरफ्तारी से बचता फिर रहा है, जो आज लखनऊ से बाहर कहीं जाने वाला है। मुखबिर की इस सूचना पर उपनिरीक्षक शिवनेत्र सिंह के नेतृत्व में गठित टीम एवं थाना गोमतीनगर की पुलिस टीम को साथ लेकर मुखबिर के बताये गये स्थान पर पहुँच कर इन्तजार करने लगे, तभी सामने से आती हुई कार को देखकर मुखबिर ने बताया कि संतोष मिश्रा इसी गाड़ी से जा रहा है, उक्त गाड़ी का पीछा कर नहर पुलिया पर रोककर गाड़ी चेक करने पर संतोष मिश्रा अपनी पत्नी के साथ कार की पिछली सीट पर बैठा था जिसे कारण गिरफ्तारी बताकर हिरासत पुलिस में लिया गया, जिससे उपरोक्त बरामदगी हुई। गिरफ्तार किये गए अभियुक्त संतोष मिश्र ने बताया कि मैं एक पत्रकार हूॅ वर्ष 2012 में मैं सचिवालय में रिपोर्टिग के लिए आता जाता था, उसी दौरान प्रयागराज निवासी चन्द्रशेखर पाण्डेय से मेरी जान पहचान हो गयी थी जिनके माध्यम से आषीष राय से मेरा परिचय व घनिष्टता हो गयी थी। परिचय के दौरान आषीष राय ने बताया था कि वह ए0आर0 इन्टरटेनमेण्ट कम्पनी चलाता है। आषीष राय मंहगी लक्जरी गाड़ियों से गनर लेकर चलता था। जिससे मैं उसके प्रभाव में आ गया था और उसका मेरे घर आना जाना और पैसो का लेन देन होने लगा था। आषीष राय ने मुझसे कहा कि मेरे छोटे मोटे काम पुलिस व प्रषासन से पड़ते रहते है, आप उनको मैनेज  कर दिया करो उसके बदले मैं आपको पैसे दिया करूंगा। इसी क्रम में आषीष राय अक्सर मुझे नगद पैसे देता था। मेरी बहन की षादी में भी तीन लाख रूपया नगद दिया था। वर्ष-2017 में आषीष राय ने मुझे अनिल राय से मिलवाया था, अनिल राय न्यूज वल्र्ड इण्डिया के एडिटर थे। उनसे सिफारिष करके मुझे न्यूज वल्र्ड इण्डिया का यूपी हेड बनवाया था। जहाॅ मैने एक वर्ष कार्य किया था। इस बीच मेरे आषीष राय व अनिल राय से अच्छे सम्बन्ध हो गये थे। आषीष राय का सचिवालय के लोगो से काफी प्रगाढ़ सम्बन्ध थे। जिसके कारण वह वहीं से फर्जी कागजात तैयार कर/धोखाधड़ी कर ठेका दिलाने आदि के लिए पैसे लिया करता था। कोई मामला फसने पर मुझे फोन करता था तो मै उसे मैनेज कर लेता था। वर्ष-2018 में आषीष राय द्वारा मंजीत भाटिया नाम के आदमी से धोखाधड़ी करके ठेका दिलाने के नाम पर 09 करोड़ 72 लाख रूपये ले लिया था। जो मैनेज नहीं हो पा रहा था, तब आषीष राय ने मुझसे कहा कि इसे किसी तरह इस मामले को मैनेज कराओ, मैं उसका पैसा धीरे-धीरे करके लौटा दूगा और इस सहयोग के लिए उसने मुझे नगद करीब 10-12 लाख रूपये अपने सहयोगी चन्दन राय व अपने साले नरेष चतुर्वेदी के माध्यम से दिया था। मैने आषीष राय को आष्वासन दिया था कि पत्रकार होने के कारण मेरी बहुत से अधिकारियों से जान पहचान है, मैं मामले को मैनेज करा दूगा। लाकडाउन में भी आषीष राय ने मुझे डेढ़ लाख रूपये भेजा था। संतोष मिश्रा ने साथ ही यह भी बताया कि इसी तरह धोखाधड़ी का काम करने वाले गोसाईगंज निवासी हरिओम यादव जिनकी ‘‘अलास्का रियल स्टेट डेवलपर्स’’ कम्पनी गोसाईगंज, लखनऊ में है, ने सैकड़ो  लोगों से जमीन में पैसा लगाने व उसका 05 प्रतिषत प्रति माह की दर से ब्याज देने की बात कहकर करीब 29 करोड़ रूपया धोखाधड़ी करके हड़प लिया है। जिसको मैनेज करने के लिए हरिओम यादव ने मुझे 01 करोड़ 15 लाख रूपये दिये थे। जिसमें से 85 लाख रूपये मेरे आईसीआईसीआई बैंक षाखा कपूरथला अलीगंज लखनऊ के खाते में जमा कराया था तथा षेष पैसा कई बार में नगद दिया था। इस मामले में हरिओम यादव के 7-8 सहयोगी जेल भी जा चुके है। गिरफ्तार अभियुक्त को मु0अ0सं0 160/2020 धारा- 406/419/420/467 /468/471/120बी/ 167/170/२०१ /364ए/506 भादवि व 7/13 व 7क/8 (1)(1) भ्रष्टाचार निवा0 अधि0 1988 व धारा 5 शासकीय गोपनियता अधि0 1923 व 26 भारतीय तार अधि0 1885 थाना हजरतगंज लखनऊ में दाखिल कराया गया है। अग्रेतर कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।