चेतना ने बच्चों में जगाई चेतना, स्टेशनरी किट पाकर बच्चों के खिले चेहरे


वेबवार्ता(न्यूज़ एजेंसी)/अजय कुमार वर्मा
लखनऊ 30 सितम्बर। सामाजिक संस्था चेतना और एचसीएल फाउंडेशन के सहयोग से माई स्कूल प्रोजेक्ट के अंतर्गत लखनऊ के चार सरकारी  विद्यालयों  में बच्चो को स्टेशनरी आइटम वितरित किए गए। ये विद्यालय प्राथमिक विद्यालय बहादुर पुर ,प्राथमिक विद्यालय बटहा सबौली, प्राथमिक विद्यालय शंकर पुरवा और जी जी आई सी विकास नगर थे। इन विद्यालय में पढ़ने वाले लगभग 250 से अधिक बच्चो को स्टेशनरी सामान दिया गया। जिसमें कॉपी ,पेन ,पेंसिल सेट ,फोल्डर , पंच पेपर, कलर इत्यादि था।  



     अभी लॉक डाउन की वजह से जन सामान्य के साथ साथ इन स्कूल में पढ़ने वाले बच्चो का जन जीवन भी प्रभावित रहा, ऐसे में स्कूल के शिक्षकों ,बच्चो व उनके अभिभावकों से बात करने पर पता चला कि इस कोवीड 19 के कारण बहुत से अभिभावकों का रोजगार चला गया। इस कारण से वे अपने बच्चो की बुनियादी आवश्यकताओं को पूरा करने में असमर्थ है। ऐसे में चेतना संस्था के कार्यकर्ताओं ने बच्चो और उनके अभिभावकों से फोन के माध्यम से संपर्क किया। इसके लिए इन स्कूल के शिक्षकों से भी सहयोग लिया। ऐसे में चेतना के कार्यकर्ता बच्चो से फोन के माध्यम से संपर्क कर उनके घर जा कर उन्हें उनकी जरूरत की सामग्री दी ताकि उनकी शिक्षा निरन्तर चलती रहे, साथ ही साथ स्कूल में कुछ कुछ समूहों में बच्चो को बुलाकर स्कूल से सहयोग लेकर उन्हें स्टेशनरी सामग्री दी गई। 
      इसी क्रम में आज जीजीआईसी विकास नगर में स्टेशनरी सामान वितरित करते हुए वहां की  प्रधानाचार्या श्रीमती कुसुम वर्मा ने बताया कि चेतना संस्था द्वारा विद्यालय में पढ़ने वाले ज़रूरत मन्द  बच्चो को जो स्टेशनरी सामान वितरित किया जा रहा है यह बहुत ही सराहनीय पहल है। इस अवसर पर यही कहना चाहती हू कि चेतना संस्था और एच सी एल फाउंडेशन आगे भी इसी तरह से इन बच्चो की सहायता करती रहे, साथ ही विद्यालय से समन्वय बनाए रखते हुए बच्चो के उज्जवल भविष्य के लिए काम करती रहे ।
      प्राथमिक विद्यालय बहादुर पुर की प्रधानाध्यापिका श्रीमती हेमा श्रीवास्तव ने कहा कि इस कोविड-  19 के दौरान बच्चे और उनके अभिभावक दोनो परेशान है। ऐसे में चेतना द्वारा जो स्टेशनरी बच्चो को दी जा रही है वह इन बच्चो की शिक्षा में काफी सहायक सिद्ध होगी। चेतना के लोग पहले भी स्कूल आते रहे है और बच्चो को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करते रहे है। इस अवसर पर चेतना संस्था के समन्वयक राजेंद्र कुमार ने बताया कि बच्चो को यह शैक्षिक सामग्री उपलब्ध कराने का उद्देश्य बच्चो को  शिक्षा निरन्तर बनाए रखना है। ताकि कोई भी बच्चा इस स्थित में अपने स्कूल से कोई भी बच्चा ड्रॉप आउट न हो। चेतना संस्था आगे भी इन बच्चो को ऐसे ही सहायता पहुंचाती रहेगी ताकि ये बच्चे अपने उज्जवल भविष्य का निर्माण कर सके ।
       बच्चों को  स्टेशनरी वितरण में चेतना के फैसिलिटेटर अजय कुमार का विशेष योगदान रहा उन्होंने सभी स्कूलों और बच्चो से समन्वय करके ज़रूरत मन्द बच्चो के घरों तक स्टेशनरी सामान पहुचाई ।