NSUI ने NEET-JEE Mains परीक्षा कराए जाने का विरोध में भूख हड़ताल कर भजन गाए

वेब वार्ता(न्यूज़ एजेंसी)/अजय कुमार वर्मा
प्रयागराज 28 अगस्त। NEET और JEE Mains परीक्षा को लेकर देशभर छात्रों की मिली-जुली प्रतिक्रिया सामने आ रही है। इसी क्रम में शुक्रवार को प्रयागराज में इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रसंघ भवन पर NSUI के कार्यकर्ताओं ने भजन गाकर और एक दिवसीय भूख हड़ताल करके परीक्षा कराए जाने का विरोध किया।
      शहीद लाल पद्मधर की प्रतिमा के समक्ष हड़ताल पर बैठे एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं की मांग है कि कोरोना महामारी में परीक्षाएं कराए जाने से लाखों छात्रों की जिंदगी दांव पर लग जायेगी। इसे तत्काल प्रभाव से निरस्त कर देना चाहिए। भूख हड़ताल पर बैठे इविवि के निरवर्तमान छात्र संघ उपाध्यक्ष एवं एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि NSUI नीट एवं जेईई परीक्षा को रद्द कराने हेतु प्रतिबद्ध है। इविवि एनएसयूआई के प्रभारी पंडित जितेश मिश्र ने कहा कि दिल्ली में NSUI के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन जी विगत 3 दिनों से नीट एवं जेईई परीक्षा वर्तमान कोविड-19 के दौर में न कराने हेतु भूख हड़ताल पर बैठे हैं और आज उनकी तबीयत भी नाशाद हो गई है। हम सभी उनका समर्थन कर रहे हैं और वर्तमान कोविड-19 के दौर में नीट एवं जेईई की परीक्षा रद्द करने की मांग सरकार से कर रहे हैं।
- भजन गाकर, परीक्षा कराये जाने का कर रहे विरोध
         
छात्रों ने भूख हड़ताल में रघुपति राघव राजाराम, पतित पावन सीताराम, निशंक को सद्बुद्धि दे भगवान, मोदी को सद्बुद्धि दे भगवान, भजन के माध्यम से सरकार को चेता रहे हैं कि नीट एवं जेईई की परीक्षा सरकार रद्द कर दे।


      इस मौके पर प्रयागराज के जिला अध्यक्ष पृथ्वी प्रकाश तिवारी, इविवि इकाई अध्यक्ष सत्यम कुशवाहा, शशांक शर्मा, अभिषेक द्विवेदी, अक्षय यादव, क्रांतिवीर मुरारी यादव, वैभव सिंह, शास्वत , अभिषेक यादव अज्जू सहित दर्जनों कार्यकर्ता तथा छात्र मौजूद रहे।
      गौरतलब है कि सपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी समेत सभी विपक्षी पार्टियां JEE Main एवं NEET परीक्षा को कराये जाने का विरोध कर रही हैं। सोनिया गांधी की अध्यक्षता में गैर भाजपा शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ हुई बैठक में भी इस परीक्षा को रद्द करने की मांग हो रही है। लेकिन सरकार कोविड-19 महामारी के दौर में भी परीक्षा कराने की अपनी जिद पर अड़ी हुई है। सरकार का दावा है कि SOP के साथ इस परीक्षा को कराया जा सकता है। सुप्रीम कोर्ट ने भी परीक्षा रद्द करने की याचिका को खारिज कर दिया है।