निर्माणाधीन परियोजनाओं को समय सीमा के अंदर पूरे किए जाएं - केशव प्रसाद मौर्य


वेब वार्ता(न्यूज़ एजेंसी)/अजय कुमार
लखनऊ 25 अगस्त। उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं  कि निर्माणाधीन परियोजनाओं व सड़कों के निर्माण कार्य समय सीमा निर्धारित करते हुए निर्धारित समय सीमा के अंदर पूरे किए जाएं ।उन्होंने कहा कि कार्यों का साइट पर लगातार निरीक्षण किया जाए और  निरीक्षण करते हुये  कोरोना के दृष्टिगत निर्धारित  प्रोटोकॉल का परिपालन भी सुनिश्चित कराया जाए । श्री मौर्य आज अपने सरकारी आवास सात- कालिदास मार्ग पर लोक निर्माण विभाग के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे ।
     केशव प्रसाद मौर्य निर्देश दिए की नाबार्ड योजना के अंतर्गत सभी कार्य अक्टूबर 2021 तक अनिवार्य रूप से पूरे करा लिए जाएं। उन्होंने कहा कि जहां पर आर० ओ ०बी०बने हैं और बड़े बाजार हैं या घनी बस्ती है, वहां पर अंडर पास या फाटक बनवाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, इस कार्य हेतु सर्वे 10 दिन के अंदर अनिवार्य  रूप से पूरा करा लिया जाए। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय/ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने उच्च स्थान प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों को के घरों तक *पद्म भूषण मेजर ध्यानचंद पथ* के नाम से सड़कों के निर्माण / मरम्मत की अभिनव योजना लागू की गई है ।इस योजना में चयनित किए गए 19 खिलाड़ियों के घरों तक सड़कों के निर्माण का शिलान्यास मेजर ध्यानचंद के जन्मदिवस 29 अगस्त के पूर्व संध्या पर (28 अगस्त) को सायंकाल कराया जाए तथा जिन जिलों के खिलाड़ी हैं ,उन जिलो  मे आयोजित कार्यक्रम  मे खिलाड़ियों व जनप्रतिनिधियो को भी कार्यक्रम मे आमंत्रित किया जाए ।
      उन्होंने कहा भारत रत्न विश्वेश्वरैया के जन्मदिन 15 सितंबर को इंजीनियर्स डे का आयोजन किया जाता है, 15 सितंबर को इंजीनियर्स डे पर लो० नि०वि० मुख्यालय  पर विश्वेश्वरैया द्वार के शिलान्यास व पार्किंग के शिलान्यास की तैयारी पूरी की जाए । उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग राजकीय  निर्माण निगम तथा सेतु निगम द्वारा वर्तमान  सरकार द्वारा कराए गए  को एलईडी के माध्यम  से मुख्यालय पर प्रदर्शित कराया जाए ।
     श्री मौर्य ने कहा कि विभाग द्वारा जो कार्य वर्तमान शासन काल में किए गए हैं उनकी विधानसभा वार पुस्तकें तैयार कराई जांए। उन्होंने यह भी निर्देश दिये नगर विकास विभाग की जो सड़कें लोक निर्माण विभाग को हस्तांतरित हो रही हैं ,उनकी मरम्मत आदि के लिए धनराशि नगर विकास विभाग से ली जाए ।उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि  विभाग के जो निरीक्षण भवन जर्जर अवस्था में हो, उनकी मरम्मत करा ली जाए ।उन्होंने कहा बांस- बल्ली के सहारे  निकलने के जो पुल बना लिया जाते हैं ,उनका सर्वे कर लिया जाए तथा जो पुराने जर्जर पुल हो ,उनका भी निरीक्षण कर लिया जाए । 
     श्री मौर्य ने निर्देश दिए कि विभाग में पदोन्नति/ विभागीय कार्यवाही/ जांच आदि के संबंध में जो प्रकरण लंबित हो उनका नियमानुसार शीघ्र से शीघ्र निस्तारण सुनिश्चित किया जाए तथा अधिकारियों/ कर्मचारियों के जो देय लंबित हों, उन्हें भी नियमों का पालन करते हुए तत्काल भुगतान करने की कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि कार्यों में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए। उन्होंने बताया लोक निर्माण विभाग, सेतु निगम व राजकीय निर्माण निगम द्वारा वर्तमान में रू०45870.85 करोड़ की लागत के कुल 17155 कार्य चल रहे हैं, जिन पर 151458 श्रमिक कार्य कर रहे हैं। 
     पर्यावरण संरक्षण, संवर्धन व  संतुलन के दृष्टिकोण से लोक निर्माण विभाग द्वारा संचालित हर्बल रोड योजना के अंतर्गत इस वर्ष प्रदेश के सभी जिलों के 175 खंडों में हर्बल मार्गों का चयन करते हुए 882 किलोमीटर लंबाई में 29829 हर्बल पौधों का रोपण किया गया है।
     बैठक में प्रमुख सचिव ,लोक निर्माण विभाग, नितिन रमेश गोकर्ण ,सचिव ,लोक निर्माण विभाग, रंजनकुमार, विभागाध्यक्ष लोक निर्माण विभाग राजपाल सिंह, मुख्य अभियंता लोक निर्माण मुख्यालय -1. अशोक कुमार अग्रवाल,  विशेष कार्याधिकारी प्रदीप कुमार सहित अन्य अधिकारी प्रमुख रूप से मौजूद रहे।