कोविड चिकित्सालयों की व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त बनाए रखा जाए - योगी आदित्यनाथ


वेब वार्ता(न्यूज़ एजेंसी)/अजय कुमार
लखनऊ  24 अगस्त। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि राज्य सरकार सभी कोविड मरीजों को बेहतर उपचार उपलब्ध कराने के लिए कृतसंकल्पित है। इसके दृष्टिगत कोविड चिकित्सालयों की व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त बनाए रखा जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि मरीजों को प्रत्येक दशा में गुणवत्तायुक्त इलाज की सुविधा मिले।
       मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में अनलाॅक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। कोविड चिकित्सालयों में बेड्स की संख्या में वृद्धि के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि यह बढ़ोत्तरी इस प्रकार की जाए, जिससे सरप्लस बेड्स का प्रबन्ध हो सके। उन्होंने कहा कि बेड्स की संख्या में वृद्धि के साथ-साथ इसके लिए सभी आवश्यक मेडिकल उपकरणों एवं मानव संसाधन की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए।
       मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि सभी जनपदों में इंटीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेण्टर पूरी सक्रियता से कार्य करें। उन्होंने कहा कि होम आइसोलेशन में रहने वाले कोविड मरीजों से इंटीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेण्टर के माध्यम से नियमित संवाद बनाकर उनके स्वास्थ्य की स्थिति की जानकारी प्राप्त की जाए। ‘108’ तथा ए0एल0एस0 एम्बुलेंस सेवाओं के वाहनों को पूरी तरह सक्रिय रखा जाए। उन्होंने जनपद लखनऊ तथा कानपुर नगर में विशेष ध्यान देने के निर्देश देते हुए कहा कि इन जिलों में चिकित्सा व्यवस्था को सुदृढ़ किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग के माध्यम से कोविड-19 के प्रसार को नियंत्रित करने में मदद मिल रही है। इसके दृष्टिगत अधिक से अधिक काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि यह कार्य अत्यन्त सुव्यवस्थित ढंग से सम्पन्न किया जाए। उन्होंने डोर-टू-डोर सर्वे कार्य में तेजी लाने के निर्देश देते हुए कहा कि इस सम्बन्ध में आवश्यकतानुसार अतिरिक्त टीमों का गठन किया जाए। उन्होंने डोर-टू-डोर सर्वे करने वाले टीम्स के लिए लक्ष्य निर्धारित करते हुए कार्य की प्रभावी माॅनिटरिंग करने के निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि प्रत्येक किसान को उसकी जरूरत के अनुसार समय से खाद प्राप्त हो। खाद की कालाबाजारी कर किसानों के हितों से खिलवाड़ करने वाले लोगों के खिलाफ प्रदेश सरकार सख्ती से पेश आएगी। उन्होंने कहा कि खाद की कालाबाजारी करने वालों के विरुद्ध एन0एस0ए0 के अन्तर्गत भी कार्यवाही करें।
      मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में निवेश वृद्धि के लिए निवेशकों से लगातार संवाद बनाए रखा जाए। निवेशकों की समस्याओं का समयबद्ध निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि नोएडा-ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में अतिवृष्टि से कई क्षेत्रों में बरसात का पानी एकत्र हो जाने से लोगों को असुविधा होती है। इस समस्या के समाधान के लिए ऐसा सिस्टम विकसित किया जाए, जिससे जलभराव न हो सके। उन्होंने इस सम्बन्ध में एक कार्ययोजना बनाकर उसे क्रियान्वित करने के निर्देश दिए।
       इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टण्डन, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना अवनीश कुमार अवस्थी, पुलिस महानिदेशक हितेश सी0 अवस्थी, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एस0पी0 गोयल, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा डाॅ0 रजनीश दुबे, अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास तथा पंचायतीराज मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव एम0एस0एम0ई0 नवनीत सहगल, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य आलोक कुमार, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव पशुपालन भुवनेश कुमार, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार, राहत आयुक्त संजय गोयल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।