पार्षदों पर कसा शिकंजा, दी गई सख्त हिदायत

लखनऊ। खदरा और सतखंडा पुलिस चौकी में हुई आगजनी की घटना के बाद प्रशासन ने पार्षदों पर भी शिकंजा कसा है। शुक्रवार को सुबह नौ बजे जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ पार्षदों की बैठक बुलाई गई। इसमें जोन तीन और छह से जुड़े पार्षदों को बुलाया गया था। जोन तीन में खदरा और जोन छह में सतखंडा पुलिस चौकी आती है, जहां आगजनी की गई थी। बैठक में नगर आयुक्त डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी भी शामिल हुए। दरअसल, खदरा में हुई आगजनी की घटना में पाया गया कि एक पार्षद की अगुआई में करीब पांच सौ लोग जुलूस में शामिल थे। हालांकि यह पाया गया कि आगजनी के बाद पार्षद उपद्रव करने वालों को समझा रहे थे, लेकिन तब तक देर हो गई थी और भीड़ उग्र हो चुकी थी। शुक्रवार को हुई बैठक में पार्षदों को हिदायत दी गई कि अगर वह उपद्रवियों की अगुआई करेंगे तो कार्रवाई के लिए तैयार रहें। पार्षदों से कहा गया कि ऐसी घटनाओं के समय वह पुलिस व प्रशासन के साथ मौजूद रहें। अफसरों की चेतावनी पाने के बाद प्रदर्शन में शामिल हुए कई पार्षद तो शुक्रवार दोपहर बाद मोबाइल फोन से ही दूर रहे।