इलाहाबाद हाइकोर्ट ने अदालत में हत्या का लिया संज्ञान, डीजीपी और प्रमुख सचिव गृह से मांगा जवाब

बिजनौर की सीजेएम कोर्ट में दिनदहाड़े हुए हत्याकांड का इलाहाबाद हाइकोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इस घटना पर स्वतः संज्ञान लेते हुए जनहित कर ली है। कोर्ट ने प्रदेश के प्रमुख सचिव गृह, डी जी पी सहित आला पुलिस अधिकारियों को 20 दिसंबर को तलब किया है। कोर्ट ने जिला जज की रिपोर्ट पर संज्ञान लेते हुए यह कार्यवाही की है। न्यायमूर्ति सुधीर अग्रवाल और न्यायमूर्ति सुनीत कुमार की खंडपीठ ने राज्य सरकार से अदालतों की सुरक्षा के उठाये गए कदमों की जानकारी मांगी है। कोर्ट ने कहा है कि जब अदालतें सुरक्षित नहीं हैं तो आम नागरिकों की सुरक्षा की उम्मीद कैसे की जा सकती है। कोर्ट ने बार काउंसिल व बार एसोसिएशन से भी कोर्ट में सुझाव देने की अपील की है। मालूम हो कि उत्तर प्रदेश के बिजनौर जनपद में सात माह पूर्व नजीबाबाद में हुई बसपा नेता हाजी अहसान व उनके भांजे शादाब की हत्या को अंजाम देने वाले कुख्यात बदमाश शाहनवाज को पेशी के लिए मंगलवार को बिजनौर सीजेएम कोर्ट लाया गया था। इस दौरान हाजी अहसान की दूसरी पत्नी के बेटे ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर सीजेएम कोर्ट के अंदर पिस्टलों से गोलियां बरसाकर उसकी हत्या कर दी।