संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में जम्मू कश्मीर की स्थिति पर चर्चा से संबंधित अनुरोध चीन के वापस लेने की खबरों के बीच कम्युनिस्ट देश ने दावा किया है कि इस मुद्दे पर परिषद् में 'चर्चा' चल रही है। ऐसी सूचना है कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने जम्मू कश्मीर की स्थिति का हवाला देते हुए 12 दिसंबर को परिषद् को पत्र लिखा था जिसके बाद इस्लामी देश के सदाबहार मित्र चीन ने 15 सदस्यों वाले सुरक्षा परिषद् में जम्मू कश्मीर के मुद्दे पर चर्चा की मांग की थी। मंगलवार दोपहर को सुरक्षा परिषद् के विमर्श कक्ष में अनौपचारिक बैठक के दौरान ''अन्य मुद्दों'' के अंतर्गत इस विषय पर भी चर्चा की संभावना थी। इस तरह की बैठक सार्वजनिक रूप से नहीं होती। बंद कमरे में गुप्त मंत्रणा होती है। बैठक में कही गई बातों का कोई रिकॉर्ड नहीं रखा जाता। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् के सदस्यों के बीच सलाह-मशविरे के लिए इस तरह की अनौपचारिक बैठकों का आयोजन किया जाता है। हालांकि, यूएनएससी में चर्चा से पहले के घटनाक्रमों के चलते यह स्पष्ट हो गया कि पूर्वनियोजित योजना के अनुसार इस मुद्दे पर चर्चा नहीं होगी। एक यूरोपीय राजनयिक अधिकारी ने सुरक्षा परिषद् की अनौपचारिक बैठक से पहले कहा कि कश्मीर पर चर्चा नहीं होगी क्योंकि चीन ने अपना अनुरोध वापस ले लिया है। सुरक्षा परिषद् की अनौपचारिक बैठक के बाद संयुक्त राष्ट्र में चीन के राजदूत झांग ने उत्तर कोरिया में स्थिति पर सुरक्षा परिषद् की राय के बारे में पत्रकारों को जानकारी दी।
चीन को वापस लेना पड़ा कश्मीर पर चर्चा का प्रस्ताव