भारत ने नेपाल सीमा पर चीनी और पाकिस्तानी नागरिकों की घुसपैठ रोकने के लिए लेजर फेंसिंग शुरू की


नई दिल्ली. भारत ने नेपाल सीमा से विदेशी नागरिकों की घुसपैठ को देखते हुए लेजर फेंसिंग लगानी शुरू कर दी है। इस बात की जानकारी भारत-नेपाल सीमा की सुरक्षा करने वाली सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के डीजी राजेश चंद्रा ने मंगलवार को दी। उन्होंने बताया- भारत-नेपाल सीमा पर कुछ ऐसे हिस्से चिन्हित किए गए हैं, जहां से घुसपैठ होती है। पायलट प्रोजेक्ट के तहत उत्तर प्रदेश के पीलीभीत और बहराइच सेक्टर में यह फेंसिंग लगाई गई है। भविष्य में बाकी बचे हिस्से को भी इसकी मदद से सुरक्षित किया जाएगा। सशस्त्र सीमा बल के डीजी के मुताबिक, पिछले कुछ समय से यह देखा जा रहा था कि तीसरे देश के नागरिक नेपाल के रास्ते भारत में घुसने की कोशिश कर रहे हैं। इसीलिए एसएसबी ने नेपाल सीमा को सुरक्षित बनाने के लिए यह कदम उठाया। इस साल अब तक 59 विदेशी नागरिकों को भारत में घुसपैठ करते वक्त नेपाल सीमा से गिरफ्तार किया गया है। इनमें कुछ पाकिस्तान और चीन के हैं। पिछले साल 28 विदेशियों को नेपाल सीमा से भारत में दाखिल होते वक्त पकड़ा गया था।  इससे पहले नेपाल ने उसकी जमीन से आतंकी साजिश करने वाले तीसरे देश के व्यक्ति की जांच में भारत को सहयोग करने की बात कही थी। भारत-नेपाल सीमा सुरक्षा एजेंसियों के बीच गत 20-22 नवंबर को बैठक में यह फैसला हुआ था। इतना ही नहीं, अगर किसी तीसरे देश का व्यक्ति उसकी(नेपाल) की धरती का इस्तेमाल भारत के खिलाफ आतंकी साजिश में करता है, तो उसे दबोचने में भी वह भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की मदद करेगा। भारत-नेपाल के बीच 1751 किलोमीटर लंबी खुली सीमा है। कई मौकों पर पाकिस्तान के इशारे पर आतंकियों ने यहां से भारत के खिलाफ आतंकी वारदात को अंजाम दिया है। ऐसे कई आतंकियों को भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने पकड़ा है। भारत ने भी आतंक के खिलाफ लड़ाई में पड़ोसी देश को सहयोग करने का वादा किया है।