युवा उत्सव-2019 समारोह सम्पन्न
 

लखनऊ: तीन दिवसीय राज्य स्तरीय युवा उत्सव-2019 का समापन आज यहां युवा कल्याण एवं प्रान्तीय रक्षक दल महानिदेशालय में सम्पन्न हुआ। गत 16 दिसम्बर से प्रारम्भ हुए इस युवा उत्सव के दूसरे एवं तीसरे दिन प्रदेश के सभी मण्डलों से विभिन्न विधाओं जैसे लोक नृत्य, शास्त्रीय नृत्य, शासकीय गायन, एकांकी वादन (सितार, गिटार, बांसुरी, तबला, मृदंगम, हारमोनियम) आदि के कलाकारों द्वारा प्रतिभाग किया गया। निर्णायकों द्वारा विभिन्न विधाओं के प्रतिभागियों द्वारा प्राप्त अंकों के आधार पर परिणाम की घोषण की गई।

समापन समारोह के मुख्य अतिथि, संयुक्त सचिव, युवा कार्य एवं खेल मंत्रालय, भारत सरकार श्री असित सिंह रहे। इस अवसर पर उप सचिव, श्री सौरभ शाह, उप सचिव, श्री जितेन्द्र चड्डा, श्री जे0पी0एस0 नेगी एवं श्री वीरेन्द्र खत्री, निदेशक, नेहरू युवा केन्द्र संगठन विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे। श्री असित सिंह द्वारा विजयी कलाकारों को पुरस्कार एवं प्रमाण-पत्र वितरित किया गया। श्री सिंह ने राज्य स्तरीय युवा उत्सव के उत्कृष्ट आयोजन हेतु युवा कल्याण विभाग को बधाई देते हुए कहा कि विभाग द्वारा दूरस्थ स्थित क्षेत्रों के कलाकारों को भी मंच प्रदान कर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने का अवसर उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने कलाकारों की प्रस्तुति की सराहना की तथा यह आश्वस्त किया कि सरकार द्वारा युवाओं की प्रतिभा को संवारने का पूरा प्रयास किया जाएगा।

प्रमुख सचिव, युवा कल्याण विभाग श्रीमती डिम्पल वर्मा ने उत्सव के सफल आयोजन के लिए युवा कल्याण विभाग के अधिकारियोें तथा सभी  प्रतिभागियों की सराहना की। प्रमुख सचिव द्वारा स्मृति चिन्ह देकर मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियों को सम्मानित किया गया तथा विशेष सचिव श्री अनुराग पटेल द्वारा उनका आभार व्यक्त किया गया।

प्रतिभागियों के प्रदर्शन का आंकलन विभाग द्वारा गठित ज्यूरी की देखरेख में किया गया। निर्णायकों में प्रमुख रूप से डाॅ0 मीरा दीक्षित, श्री मोहित कपूर, श्री इलीयाज खां, श्री राजेन्द्र प्रसाद विश्वकर्मा सहित 24 निर्णायक उपस्थित रहे। विभाग की तरफ से उप निदेश श्री सी0पी0 सिंह, श्री अजातशत्रु शाही, श्रीमती मेघना सोनकर, श्रीमती शिल्पी पाण्डेय, श्री अजय त्रिवेदी, श्री संजय सिंह, श्री विवेक चन्द्र श्रीवास्तव एवं अन्य उप निदेशक उपस्थित रहे।

विभिन्न विधाओं में लोकगीत में आजमगढ़ प्रथम, कुशीनगर द्वितीय, महोबा तृतीय, लोकनृत्य में गोरखपुर प्रथम, अयोध्या द्वितीय, मथुरा तृतीय, एकांकी में सीतापुर प्रथम, अमरोहा द्वितीय, प्रयागराज तृतीय, शास्त्रीय गायन में आदर्श कुमार आजमगढ़ प्रथम, सरगम वैश्य प्रयागराज द्वितीय, आस्था त्रिवेदी, लखनऊ एवं सिद्धार्थ नेगी बरेली तृतीय, सितार में वृन्दा अग्नि, प्रयागराज प्रथम, अवधेश कुमार, गोरखपुर द्वितीय, सर्वजीत सिंह लखनऊ तृतीय, मृदंगम में विमर्श मालवीय, प्रयागराज प्रथम, आकाश शर्मा आगरा द्वितीय, अनिल विश्वकर्मा चित्रकूट तृतीय, बांसुरी में राहुल त्रिपाठी लखनऊ प्रथम, धु्रव सैनी, आगरा द्वितीय, वंशदीप सिंह, बरेली तृतीय, गिटार में यश पाण्डेय, कानपुर प्रथम, अध्यात्म त्रिवेदी, कानपुर द्वितीय, सौरभ यादव, प्रयागराज तृतीय रहे।

इसके अतिरिक्त हारमोनियम लाइट में श्रीकान्त मिश्रा, आजमगढ़ प्रथम, ओम शर्मा, आगरा द्वितीय, दीपक राणा, बरेली तृतीय, तबला में सूरज मिश्रा, आजमगढ़ प्रथम, शुभम पटवा, प्रयागराज द्वितीय, अनिरूद्ध दहाल, आगरा तृतीय, भरतनाट्यम में स्मृति यादव, लखनऊ प्रथम, अंकिता दीक्षित, प्रयागराज द्वितीय, कुचीपुड़ी में सृष्टि यादव प्रथम, कत्थक में अजराजिता पटेल, वाराणसी प्रथम, अनुपम सिंह, लखनऊ द्वितीय, नीतिका चैरसिया प्रयागराज तृतीय तथा एक्सटेम्पोर में शारिक शवाब जैदी, बरेली प्रथम, तनिशा जायसवाल, लखनऊ द्वितीय, आस्था द्विवेदी, प्रयागराज तृतीय रहे।