11 जुलाई 2006- आठ साल पहले तीन आतंकी धमाकों से दहल उठी थी मुंबई, 19 लोगों की हुई थी मौत
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई को आतंकी अपना निशाना बनाते रहते हैं। आठ साल पहले आज के दिन आतंकवादियों ने तीन धमाके से मायानगरी को दहला दिया था। इन धमाकों में 19 लोगों की जान चली गई थी जबकि 150 लोग घायल हुए थे। पहला धमाका शाम को 6 बजकर 54 मिनट, दूसरा 6 बजकर 55 मिनट और तीसरा शाम 7 बजकर 5 मिनट पर हुआ था।

हमेशा की तरह मुंबई की सड़कों पर भीड़ थी और हर तरफ गाड़ियों का शोर सुनाई दे रहा था। शाम के समय लोग अपने घर की तरफ लौट रहे थे। किसी ने सपने में भी नहीं सोचा था कि कुछ ही पलों में मुंबई दहल उठेगी। शाम को जैसे ही 6 बजकर 54 मिनट हुए दक्षिणी मुंबई के झवेरी बाजार में पहले धमाके को अंजाम दिया गया। आतंकियों ने मारुति एस्टीम कार में बम फिट किया हुआ था।

पहले धमाके के बाद जहां लोग संभले तक नहीं थे तभी मुंबई के ओपेरा हाउस के पास चर्नी रोड पर 6 बजकर 55 मिनट पर दूसरा धमाका हो गया। बारिश का मौसम होने की वजह से एक छाते में बम फिट किया गया था। धमाके के बाद इलाके में अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया।

पहले और दूसरे धमाके के बाद लोग संभलने की कोशिश कर ही रहे थे कि तभी 7 बजकर 5 मिनट पर दादर क्षेत्र में बस स्टैंड के बिजली के खंभे पर लटकाए गए बम में विस्फोट हुआ। जिससे हर तरफ धुएं और धूल का गुबार पैदा हो गया। हर जगह लोगों के शरीर के टुकड़े पड़े हुए थे। जिसमें किसी के हाथ तो किसी के पांव नहीं थे। वहीं जख्मी हो जाने के कारण कुछ लोग दर्द से कराह रहे थे। 

तीनों धमाकों के बाद का मंजर ऐसा था कि देखने वालों की रूह कांप उठी। धमाके में 19 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 150 से ज्यादा लोग घायल हुए थे। घायलों को मुंबई के जेजे, सेंट जॉर्ज, हरिकिसानदास और जीटी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 



धमाके के कारण कुछ घंटों के लिए मुंबई की फोन लाइन और संचार माध्यम ठप्प हो गए थे। दिल्ली, चेन्नई, हैदराबाद और बेंगलूरू जैसे महानगरों में हाई अलर्ट जारी किया गया था। मुंबई पुलिस ने लोगों को सावधान और घरों के अंदर रहने की अपील वाला एसएमएस भेजा था।

इससे पहले 11 जुलाई 2006 को आतंकियों ने मुंबई धड़कन कही जाने वाली लोकल ट्रेन को निशाना बनाया था। उन्होंने सात मिनट में सात धमाके किए थे। खार रोड और बांद्रा स्टेशन पर हुए धमाके में 189 लोगों कि मौत और 900 लोग घायल हो गए थे। मकोका अदालत ने नौ साल बाद 12 आरोपियों को दोषी करार दिया था।