पैराशूट उम्मीदवार नकुल दुबे के खिलाफ कार्यकर्ताओं में काफी रोष, पार्टी कार्यालय पर किया प्रदर्शन
 लखनऊ। सीतापुर के बसपा उम्मीदवार नकुल दुबे का टिकट बदलने की मांग को लेकर कार्यकर्ताओं ने मायावती के आवास पर जमकर प्रदर्शन किया। 

कार्यकर्ताओं का कहना है कि अगर पैराशूट कैंडिडेट नकुल को नहीं बदला गया तो अंजाम भुगतने को बसपा को तैयार रहना चाहिए। मायावती के आवास व कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं को सुरक्षाकर्मियों ने हटाया, सैकड़ों की संख्या में लखनऊ आए  कार्यकर्ताओं में भारी नाराजगी दिखाई दे रही थी। 

 ज्ञात हो कि महागठबंधन में सीतापुर की सीट बहुजन समाज पार्टी के हिस्से में आई है और यहां से पार्टी लखनऊ में कई चुनावों को लड़ चुके पूर्व मंत्री नकुल दुबे को लड़ाने का मन बना चुकी है। लेकिन नकुल दुबे की छवि लखनऊ में ही अच्छी न होने के कारण सीतापुर के कार्यकर्ताओं में काफी रोष है। बताया जाता है कि महोना विधानसभा से विधायक का चुनाव जीतने वाले नकुल दुबे ने विधानसभा से मुंह मोड़ लिया था। इसके बाद पार्टी ने इन पर ब्राह्मण प्रत्याशी होने के कारण कई बार दांव खेला। यहां तक की पिछले लोकसभा चुनाव में भी नकुल दुबे को लखनऊ से लड़ाया गया था लेकिन नकुल दुबे का बहुत ही खराब और घटिया प्रदर्शन रहा, जिसके कारण पार्टी  नकुल दूबे से खिन्न भी थी। लखनऊ में नकुल दुबे के का बारे में एक कहावत बहुत मशहूर है  यह घर में रहकर भी  कार्यकर्ताओं को मना कर देते हैं  कि वह घर में नहीं है। अब इस अवस्था में कार्यकर्ता इन पर कैसे भरोसा कर सकता है। लेकिन बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा के वरदहस्त होने और ब्राम्हण कैंडिडेट होने के कारण पार्टी नकुल दुबे पर बार बार दांव अजमाने के लिए मजबूर दिखाई पड़ती है। अब यह तो वक्त ही बताएगा सीतापुर से नकुल दुबे लड़ते हैं या नहीं और अगर पार्टी टिकट नहीं बदलती है तो कार्यकर्ताओं का क्या रुख होता है?