बैंक लूट में वांक्षित 30 हजार का इनामी अन्तर्राज्यीय शातिर अपराधी पंकज गुप्ता उर्फ राहुल उर्फ पवन बिहारी एस0टी0एफ0 के हत्थे चढ़ा
 

वाराणसी। एस0टी0एफ0, उ0प्र0 को वर्ष 2014 में जनपद प्रयागराज से बैंक लूट में वांछित रू0 25,000/- एवं वर्ष 2014 में जनपद सतना(म0प्र0) से बैंक लूट में वांछित रू0 5,000/- के पुरस्कार घोषित अन्तर्राज्यीय शातिर अपराधी पंकज गुप्ता उर्फ राहुल उर्फ पवन बिहारी को पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार करने में उल्लेखऩीय सफलता प्राप्त हुई है।

विगत काफी दिनों से उत्तर प्रदेश के जनपदों में संगठित अपराधिक गैंगों एवं वांछित पुरस्कार घोषित अपराधियों के सक्रिय होकर अपराधिक घटनाओं को अंजाम दिये जाने की सूचनाएं प्राप्त हो रहीं थीं। इस सम्बन्ध में श्री अभिषेक सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एफ0, उ0प्र0 लखनऊ के द्वारा एस0टी0एफ0 की विभिन्न इकाईयों/टीमों को लगाया।

जरिये मुखबिर सूचना प्राप्त हुई कि जनपद प्रयागराज से 25 हजार रूपये व मध्य प्रदेष के जनपद सतना से 05 हजार रूपये पुरस्कार घोषित अपराधी पंकज गुप्ता उर्फ राहुल उर्फ पवन बिहारी थाना कैण्ट क्षेत्रान्तर्गत टकटकपुर गैस गोदाम तिराहा के पास है और अपने किसी साथी के आने का इन्तजार कर रहा है। उक्त सूचना पर विष्वास कर निरीक्षक श्री विपिन कुमार राय के नेतृत्व में एसटीएफ वाराणसी की टीम मुखबिर द्वारा बताये गये स्थान पर अपनी उपस्थिति को छुपाते हुये नजदीक पहुॅंची तो एक व्यक्ति खड़ा दिखायी दिया। मुखबिर द्वारा बताया गया कि यही व्यक्ति शातिर अपराधी पंकज गुप्ता उर्फ राहुल उर्फ पवन बिहारी है। एसटीएफ टीम द्वारा जब पंकज

गुप्ता उर्फ राहुल उर्फ पवन बिहारी को आत्मसमर्पण हेतु कहा गया, तो उसने पुलिस टीम पर फायर करते हुये भागने का प्रयास करने लगा। पुलिस टीम द्वारा अपनी कार्य कुशलता का परिचय देते हुये आवश्यक बल का प्रयोग करके मौके से गिरफ्तार कर लिया, जिससे उपरोक्त बरामदगी हुई। 

गिरफ्तार अभियुक्त से पूछताछ करने पर इसके द्वारा बताया गया कि पढ़ाई के दौरान उसका सम्पर्क छपरा (बिहार) के अंबिका राय से हो गया था। अंबिका राय के कहने पर वह मादक पदार्थ (चरस/हेराईन) की तस्करी करने लगा। वर्ष 2008 में नारकोटिक्स कण्ट्रोल ब्यूरो द्वारा वाराणसी में 08 किलोग्राम चरस की तस्करी में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। जिला कारागार वाराणसी के अन्दर कई शातिर अपराधियों के साथ-साथ जिला जेल में बन्द शातिर अपराधी हैदर अली निवासी बड़ी पियरी थाना चैक जनपद वाराणसी के सम्पर्क आ गया, जमानत पर छूटने के बाद हैदर अली के साथ रहकर अपराध करने लगा। चरस के मुकदमें में पेषी पर न जाने के कारण मा0 न्यायालय से गिरफ्तारी का वारण्ट जारी हुआ और भगौड़ा घोषित कर दिया गया तभी से यह फरार चल रहा था। वर्ष 2013 में जनपद वाराणसी के थाना कैण्ट क्षेत्रान्तर्गत डिप्टी जेलर अनिल त्यागी की हत्या में भी यह वांछित है। वर्ष 2014 मंे हैदर अली के कहने पर इसने अपने चार साथियों बबलू खान, जनार्दन यादव, सिन्टू मौर्या एवं विषाल यादव के साथ मिलकर जनपद प्रयागराज के थाना थरवई क्षेत्रान्तर्गत बैंक लूट किया था। इस बैंक लूट के कुछ समय बाद पुनः वर्ष 2014 में ही अपने इन्हीं साथियों के साथ जनपद प्रयागराज के थाना उतरांव क्षेत्रान्तर्गत सनसनीखेज तरीके से दूसरी बैंक लूट की गयी, इसी मुकदमें में 25 हजार रूपये का पुरस्कार घोषित किया था। इन दोनों बैंक लूट के बाद मध्य प्रदेष के जनपद सतना में थाना मैहर क्षेत्रान्तर्गत एक बैंक लूट की गयी, जिसमें इस बैंक लूट में शामिल राजाराम दहिया को गिरफ्तारी कर घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल को मध्य प्रदेष पुलिस द्वारा बरामद कर लिया गया था, परन्तु यह अब तक इस घटना में फरार चल रहा है। जिसमें इसके ऊपर वहाॅं से 05 हजार रूपये का पुरस्कार अलग से घोषित है। वर्ष 2016 में जनपद सोनभद्र में वाराणसी के कुख्यात बदमाष और अपने सरगना हैदर अली की हत्या में भी यह सम्मिलित रहा है। वर्ष 2016 में इसने अपने साथियों के साथ मिलकर जनपद वाराणसी के थाना मण्डुवाडीह क्षेत्रान्तर्गत नर्सरी पौधों के व्यवसायी के पुत्र प्रकाष बिन्द का फिरौती के लिये अपहरण कर हत्या कर दिया था, जिसमें पकड़े जाने पर अपना गलत नाम/पता बताकर जेल जाकर जमानत करा लिया। साथ ही इसने यह भी बताया कि यह अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर दालमण्डी के व्यापारियों से रंगदारी वसूलने की योजना बना रहा था, जिसके लिये मोबाइल फोन व सिम का जुगाड़ कर रहा था। सिम मिल जाने पर ये लोग मुम्बई जाकर वहाॅ से व्यापारियों को धमकी देकर रंगदारी वसूलते।

उपरोक्त गिरफ्तार अभियुक्त को थाना कैण्ट में दाखिल कर इसके विरद्व धारा 307/419/420/ 467/468/471 भादवि व 3/25 आम्र्स एक्ट का अभियोग पंजीकृत कराया गया है। अग्रिम विधिक कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।