कश्मीर और आतंकवाद पर अपनी नीति स्पष्ट करे कांग्रेस: योगी

लखनऊ। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लोकसभा चुनाव में स्टार प्रचारकों की सूची में मोदी और शाह के बाद सर्वाधिक डिमांडिंग नेता बन गए हैं। वह अपने चुनाव प्रचार के दौरान यूपीए सरकार की नाकामियों, सपा और बसपा सरकार की खामियों को उजागर करने में बिल्कुल भी नहीं चूक रहे हैं। इसी कड़ी में बुधवार को गोरखपुर और वाराणसी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कांग्रेस में सम्मान देने का संस्कार ही नहीं रहा। उनके लिए कभी भी खानदान से बड़ा कोई नहीं रहा। इसीलिए तो स्व. लाल बहादुर शास्त्री की प्रतिमा को अपने गले की माला उतारकर पहना दी। देश के सैनिकों की शहादत पर ऊंगली उठाई जाती है। ऐसे में कांग्रेस को कश्मीर और आतंकवाद पर अपनी नीति स्पष्ट करनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि राहुल गांधी हों या प्रियंका गांधी चुनाव आते ही उन्हें मंदिर नजर आने लगता है जबकि चुनाव खत्म होते ही उनके लिए मंदिर सांप्रदायिक हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने हर साल 72000 रुपये देने की घोषणा की है, इससे बड़ा छलावा कुछ नहीं हो सकता। 48 साल पहले कांग्रेस ने गरीबी हटाओ का नारा दिया गया था। देश से गरीबी तो नहीं हटी, भुखमरी और अराजकता जरूर बढ़ गई। योगी ने कहा कि मैं राहुल गांधी से पूछना चाहता हूं कि सुपर पीएम के रूप में आपकी मां काम करती थीं, आप खुद पीएम की तरह काम करते थे तो वर्ष 2004 से 2014 तक क्यों नहीं ऐसा काम किया जिससे गरीबों का भला हो सके। राम मंदिर की राह में यह ‘महा मिलावट’ यानी कांग्रेस, सपा और बसपा का बेमेल गठबंधन सबसे बड़ी बाधा है। सीएम योगी ने उत्तर प्रदेश में 74 पार एक बार फिर मोदी सरकार और मोदी है तो मुमकिन है, का नारा बुलंद किया। साथ ही जनता से भाजपा को पूर्ण बहुमत से जिताने और मोदी को दोबारा प्रधानमंत्री बनाने की अपील की। योगी ने कहा कि एयर स्ट्राइक और मिशन शक्ति से राहुल, बुआ-भतीजे भी सदमे में हैं। कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि अभी तक आप जिन लोगों को बिरयानी खिलाते रहे। अब उन लोगों का अच्छा समय समाप्त हो गया है। मोदी सरकार देश के साथ खिलवाड़ करने वालों को गोली खिला रही है। उन्होंने कहा कि गठबंधन की सरकार आतंकवाद को मुंहतोड़ जवाब नहीं दे सकती लेकिन कश्मीर के अंदर पहली बार मोदी जी ने सबक सिखाया।