आज यू0 पी0 100 सभागार में पुलिस महानिदेशक ने रिटायरमेन्ट प्लानिंग कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए कहा कि एवोक इंडिया द्वारा वित्तीय जागरुकता के क्षेत्र में किये जा रहे उत्कृष्ट कार्य सराहनीय है और आज के बदलते परिवेश में समाज के सभी वर्गों विशेषतया सेवानिवृत्ति की दहलीज पर खड़े पुलिस कर्मियों को आर्थिक स्वतंत्रता हेतु वित्तीय साक्षरता व प्रबंधन की जानकारी अपने आर्थिक जीवन को सुदृढ़ बनाने के लिए अति आवश्यक है। रिटायरमेंट के बाद की आवश्यकताएं, चुनौतियों एवं जिम्मेदारियों को ध्यान में रखते हुए वित्तीय मामलों जैसे बचत, निवेश, टैक्स प्लानिंग इत्यादि पर विशेष ध्यान देना चाहिये। उन्होंने इसकी आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि देश की आर्थिक सम्पन्नता में नागरिकों की आर्थिक मामलों में जागरुकता का महत्वपूर्ण योगदान होता है।
लखनऊ रेंज एवं लखनऊ की विभिन्न इकाईयों के लगभग दो सौ पुलिस कर्मियों को सेवानिवृत्ति के समय वित्तीय मामलों में जागरुक किया गया।
आगामी तीन माह में पूरे प्रदेश में लगभग 2500 से अधिक पुलिस कर्मियों के लिए जागरुकता कार्यक्रम आयोजित करने का लक्ष्य है।
सेवानिवृत्ति के समय की वित्तीय योजना एवं सावधानियों पर जोर दिया गया।
वित्तीय मामलों में व्यवहारिक ज्ञान का अभाव के कारण अक्सर पुलिस कर्मी अपनी पूंजी को जोखिम में डाल देते हंै, इसको ध्यान में रखते हुए आगामी तीन माह में प्रदेश के सभी जनपदों में पुलिस विभाग में सेवानिवृत्त हो रहे कर्मचारियों एवं अधिकारियों को जागरुक, समृद्ध और सक्षम बनाने के लिए वित्तीय जागरुकता कार्यक्रम किये जायेंगे।
इस अवसर पर अपर पुलिस महानिदेशक, स्थापना, अपर पुलिस महानिदेशक, लखनऊ जोन लखनऊ, अपर पुलिस महानिदेशक, यू0पी0 100 सहित अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारीगण, सेबी (SEBI) के अधिकारी, एवोक इंडिया के संस्थापक एवं अध्यक्ष उपस्थित रहे। एवोक इंडिया फाउण्डेशन ने पिछले वर्ष में 100 से अधिक जागरुकता कार्यक्रम देश के लगभग 75 शहरों में किये हैं, जिसमें लगभग 8,000 से अधिक लोगों तक वित्तीय साक्षरता का संदेश पहुंचाया है। इसमें समाज के विभिन्न वर्ग जैसे विद्यार्थी, चिकित्सक, प्रोफेसर्स, महिलाएं, सेवानिवृत लोग, पुलिस और सेना के अधिकारीगण तथा लघु एवं मध्यम इकाईयाँ भी शामिल रही हैं।